कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे की परिस्थितियों में भी विकास के कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है उत्तर प्रदेश : योगी आदित्यनाथ
> प्रत्येक जिला व तहसील मुख्यालयों को फोर-लेन से जोड़ा गया है : मुख्यमंत्री
> उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास हेतु लोक निर्माण विभाग की 2250 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल शिलान्यास तथा लोकार्पण : केशव प्रसाद मौर्य
> जनपद झांसी में हमीरपुर-राठ-गुरसराय-झांसी मार्ग भी लोकार्पित परियोजनाओं में शामिल।
इन मार्गों का हुआ लोकार्पण :
सुल्तानपुर में हलियापुर - कुडेभार मार्ग,
मुजफ्फरनगर / बागपत में - मुजफ्फरनगर-बड़ौत मार्ग,
अलीगढ़ में - नानऊ-दादऊ मार्ग,
बुलन्दशहर में - बुलन्दशहर-अनूपशहर मार्ग
झांसी में - हमीरपुर-राठ-गुरसराय-झांसी मार्ग
इन मार्गों का हुआ शिलान्यास :
एटा / कासगंज में - अलीगंज-सोरो मार्ग
अमरोहा / सम्भल में - बदायूं-बिलसी-बिजनौर मार्ग
शाहजहांपुर / लखीमपुर में - गोला-शाहजहांपुर मार्ग
विश्व बैंक से प्राप्त हो रही सहायता ..
इन परियोजनाओं में कुल लागत की 3,000 करोड़ रुपए की धनराशि विश्व बैंक से प्राप्त हो रही है। विश्व बैंक सहायतित परियोजना के अंतर्गत 04 राजमार्ग परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसमें से 01 राजमार्ग का लोकार्पण किया जा रहा है। 03 अन्य मार्ग वर्ष 2021 में पूर्ण हो जाएंगे।
एशियन डेवलपमेण्ट बैंक से प्राप्त हो रही सहायता ..
इन परियोजनाओं में कुल लागत की लगभग 2,250 करोड़ रुपए ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में मंगलवार 14 जुलाई 2020 को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर लोक निर्माण विभाग की 2250 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल शिलान्यास तथा लोकार्पण करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मंगलवार 14 जुलाई 2020 को अपने सरकारी आवास पर लोक निर्माण विभाग की 2,250 करोड़ रुपए लागत की 08 मार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास डिजिटल विधि से किया। इनमें 1,249 करोड़ रुपए से अधिक लागत की 05 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं लगभग 1,001 करोड़ रुपए लागत की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री योगी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेहतर सड़क विकास का कारक होती हैं और निवेश का आधार बनती हैं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश की 24 करोड़ जनता को जनभावनाओं के अनुरूप सड़क उपलब्ध कराने का कार्य किया है, वह सराहनीय है। वर्तमान सरकार ने आमजन को गड्ढा मुक्त सड़कें उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में उत्तर प्रदेश की पहचान गड्ढा युक्त सड़क हो गयी थी। प्रदेश सरकार ने सुशासन की व्यवस्था स्थापित की है, जिसका परिणाम है कि प्रत्येक जिला व तहसील मुख्यालयों को फोर-लेन से जोड़ा गया है। गांवों में बेहतर कनेक्टीविटी दी जा रही है, जिससे आम व्यक्ति का जीवन सुगम हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश इन परिस्थितियों में भी विकास के कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। वर्तमान सरकार सभी कार्यों को पूरी गुणवत्ता व निर्धारित समय पर पूरा करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था आदि सभी क्षेत्रों में अच्छे कार्य कर रही है। कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज लोकार्पित एवं शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं से आम व्यक्ति का जीवन और सहज होगा। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, लोक निर्माण राज्य मंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। शिलान्यास व लोकार्पित ये सभी परियोजनाएं एशियन डेवलपमेण्ट बैंक एवं विश्व बैंक द्वारा सहायतित हैं। लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत विश्व बैंक एवं एशियन डेवलपमेण्ट बैंक के वित्त पोषण से कतिपय राजमार्गों एवं प्रमुख जिला मार्गों का सुधार किया जा रहा है। इन परियोजनाओं में कुल लागत की 70 प्रतिशत धनराशि विश्व बैंक एवं एशियन डेवलपमेण्ट बैंक से प्राप्त हो रही है। शेष 30 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार द्वारा वहन की जा रही है। विश्व बैंक, भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के मध्य 11 अक्टूबर, 2019 को 400 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 3,000 करोड़ रुपए) के ऋण पर हस्ताक्षर किया गया है। इसमें विश्व बैंक द्वारा 3,000 करोड़ रुपए ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा अपने संसाधनों से 1,275 करोड़ रुपए (170 मिलियन यूएस डॉलर) वहन किया जाएगा। विश्व बैंक सहायतित परियोजना के अंतर्गत 04 राजमार्ग परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसमें से 01 राजमार्ग का लोकार्पण किया जा रहा है। 03 अन्य मार्ग वर्ष 2021 में पूर्ण हो जाएंगे। इसके अतिरिक्त 06 अन्य राजमार्गों के डीपीआर के गठन का कार्य प्रगति पर है। यह परियोजना वर्ष 2025 में समाप्त होगी। एशियन डेवलपमेण्ट बैंक, भारत सरकार व प्रदेश सरकार के मध्य 17 जून, 2017 को 300 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 2,250 करोड़ रुपए) के ऋण पर हस्ताक्षर हुए। इसके तहत एशियन डेवलपमेण्ट बैंक द्वारा 300 मिलियन यूएस डॉलर ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा 128 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 960 करोड़ रुपए) अपने संसाधनों से व्यय किया जा रहा है।