कन्टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड टेस्ट हो जाए, तभी कन्टेनमेंट जोन बनाने का उद्देश्य पूरा होगा : मुख्यमंत्री

> अत्यन्त सुव्यवस्थित ढंग से किया जाए काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग कार्य : मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री के टीम 11 को निर्देश :


> लखनऊ के कैंसर संस्थान में डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय स्थापित किया जाए।


> कानपुर के कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए।


> प्रदेश के सभी जनपदों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।


> बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फसल को हुए नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य को और तेज किए जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इसके दृष्टिगत यह कार्य अत्यन्त सुव्यवस्थित ढंग से किया जाए। मुख्यमंत्री योगी गुरुवार 13 अगस्त 2020 को यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाना चाहिए कि कन्टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड टेस्ट हो जाए। तभी कन्टेनमेंट जोन बनाने का उद्देश्य पूरा होगा। उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त करते रहने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कोविड अस्पतालों में डाॅक्टरों की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपद कानपुर नगर, लखनऊ तथा वाराणसी के कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए। लखनऊ के कैंसर संस्थान में डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय स्थापित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक जनपद में एल-2 कोविड चिकित्सालयों के बेड्स की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के सभी जनपदों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के लिए कृषि सम्बन्धी अन्य सामग्री की सुचारु व्यवस्था भी बनाए रखी जाए। उन्होंने गत दिवस कतिपय क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ताओं की बाधित विद्युत आपूर्ति के प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जांचोपरान्त दोषी पाए गए लोगों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने बाढ़ के दृष्टिगत पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री समय से उपलब्ध कराई जाए। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फसल को हुए नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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