कोविड 19 के दृष्टिगत कानपुर में नहीं मानेगी गणेश चतुर्थी और मुहर्रम 

> आगामी त्योहारों के दृष्टिगत आईजी कानपुर परिक्षेत्र की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित।



आगामी गणेश चतुर्थी / मोहर्रम के दृष्टिगत जनपद कानपुर नगर के डीआईजी / एसएसपी व समस्त पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारियों संग समीक्षा बैठक करते आईजी कानपुर परिक्षेत्र श्री मोहित अग्रवाल।


कानपुर। मंगलवार 18-08-2020 को आईजी कानपुर परिक्षेत्र मोहित अग्रवाल द्वारा आगामी त्योहारों गणेश चतुर्थी और मोहर्रम के दृष्टिगत समीक्षा बैठक की गयी। जिसमें डॉ प्रतिन्दर कुमार पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद कानपुर नगर के समस्त पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में निर्देश दिये गये कि कोविड 19 के दृष्टिगत हर वर्ष श्री गणेश चतुर्थी पर्व के मौके पर पूजा पडांल में कोई भी मूर्ति स्थापित करने की अनुमति न दी जाये और न ही कोई शोभा यात्रा की अनुमति दी जाये। मौहर्रम के अवसर पर धर्मगुरूओ से सवांद स्थापित कर कोविड 19 के दिशा - निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। पूर्व के विवादों की जानकारी कर समय रहते निरोधात्मक कार्यवाही कर लें। सभी क्षेत्राधिकारी टॉप - 10 अपराधियों के चिन्हीकरण की समीक्षा कर लें व पुलिस कप्तान को प्रमाणपत्र दें कि चिन्हित अपराधियों से बड़ा कोई अपराधी टॉप 10 की सूची में नहीं छूटा है। चिन्हीकरण के पश्चात ऐसे अपराधियों की सतत् निगरानी की जाए, निरोधात्मक कार्यवाही करें। उनके अपराध करने पर उनको गैंगस्टर अधि0 में जेल की सलाखों के पीछे भेजें। शराब माफिया, भूमाफिया, अपराधिक व्यक्ति व अन्य को चिन्हित करते हुए उनके द्वारा अर्जित अवैध सम्पत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के अन्तर्गत जब्त कर लिया जाए। ऐसे अपराधियों को चिन्हित किया जाए, जो बेल पर रहते हुए अपराध किये हैं। इन अपराधियों को जेल भेजने के साथ साथ न्यायालय से पूर्व के मुकदमे में बेल कैंसिल करायी जाए। महिलाओ अथवा बच्चों अथवा एस सी / एस टी के प्रकरणों में विशेष संवेदनाशीलता बरती जाए व इनसे सम्बन्धित सभी लम्बित प्रकरणों का अतिशीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। बीट सिस्टम को प्रभावी बनाया जाए। पुराने विवादों का चिन्हीकरण हो व यदि कहीं तनाव व्याप्त है। तो वहां तत्काल निरोधात्मक कार्यवाही की जाए, ताकि अपराध होने से रुक  सके। पूर्व में कानपुर में अवैध शराब के सेवन से कई दर्दनाक मौतें हो चुकी हैं। अतः गत 05 वर्ष में अवैध शराब के व्यवसाय में लगे लोग जेल गये हैं, उनकी सूची बना कर, उनके यहाँ रेड डाली जाये। यदि यह लोग पुनः अवैध शराब के व्यवसाय में लिप्त पाये जाते हैं, तो इन पर गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही हो। इस क्षेत्र के नये अपराधी भी चिन्हीत किये जायें। अपने एसडीएम से कोऑर्डिनेट कर शराब के ठेकों पर भी छापेमारी करें, क्योंकि कभी-कभी अवैध शराब ठेकों से भी बिकती है। अवैध हथियारों के सप्लायर्स अथवा फैक्टरी पर शिकंजा कसा जाय। ऐसे अपराधियों को चिन्हीत कर इस व्यवसाय को जड़मूल से समाप्त कर दें, ताकि अपराधियों को हथियार मुहैया न होने पाये । इसके साथ ही लाइसेन्स दुकानों की भी मजिस्ट्रेट के साथ चेकिंग करें, ताकि अवैध कारतूस अपराधियों तक न पहुंच पाये।


Popular posts from this blog

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा