प्रिंट मीडिया का विकल्प नहीं हो सकता इलेक्ट्रानिक मीडिया : हृदय नारायण दीक्षित
लखनऊ। ‘विश्ववार्ता समाचार पत्र एवं पत्रिका’ के विमोचन समारोह में उ प्र विधान सभा अध्यक्ष, हृदय नारायण दीक्षित जी ने कहा है कि प्रिंट मीडिया की आज भी विश्वसनीयता है। इलेक्ट्रानिक मीडिया प्रिंट मीडिया का विकल्प नहीं हो सकता है। हालांकि दोनों की भूमिका अपनी-अपनी जगह ठीक है। यह बात विधान सभा के सेन्ट्रल हाल में आयोजित विश्ववार्ता समाचार पत्र व पत्रिका के विमोचन में कही। श्री दीक्षित ने कहा कि अपने देश में समाचार पत्रों की संख्या कम नहीं है। बहुत बड़ी संख्या में समाचार पत्र निकलते हैं। अलग-अलग ढंग से भिन्न-भिन्न रूचि वाले पाठकों का विकास हुआ है। किसी-किसी समाचार पत्र को पढ़ते हुए पाठक को लत हो जाती है। अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र ऐसी कोशिश करते हैं कि उनके पाठक को उस अखबार की लत लग जाए। भारतीय समाज में पाठक वर्ग के तलाशने की आवश्यकता है। ऐसे परिस्थिति दुनिया के अन्य देशों में नहीं रही। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतीय पत्रकारिता का कमाल रहा है कि उन्होंने राष्ट्रवाद को विषय बनाकर लगातार अपने देश में लोक जागरण का काम किया है और भारतीय समाज को राष्ट्रवाद की मुख्यधारा में लाने में महान योगदान दिया है। पत्रकारिता जगत ने राष्ट्रीय संस्कृति को प्रचारित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। श्री दीक्षित ने कहा कि कोरोना ने हमारी भारतीय संस्कृति और जीवनशैली को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैलाया है। दुनिया के लोग यह जान गये हैं कि काढ़ा भी कोई जीवनरक्षक दवा है। पहले गांव में लोग कहते थे कि मेरे घर के सामने गिलोय का पेड़ है। इसलिए कोई बीमारी हमारे घर में नहीं आ सकती। अब जब लोग गिलोय का सेवन कर रहे हैं तब उसका मर्म सामने आया है। इस अवसर पर श्री अध्यक्ष ने विश्ववार्ता समाचार पत्र एवं पत्रिका, वेब पोर्टल, न्यूज चैनल व धर्म चैनल का एक साथ विमोचन किया। साथ ही इन सबकी उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की। कार्यक्रम में विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर विश्ववार्ता समाचार पत्र एवं पत्रिका के प्रधान संपादक, अशोक पाण्डेय, संपादक जगदीश जोशी, पत्रिका के संपादक मुकुल मिश्र, राज्य ब्यूरो प्रमुख, गोलेश स्वामी और मीडिया ग्रुप के प्रबन्ध निदेशक, आशीष बाजपेयी, चैनल हेड सतीश शर्मा ने विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।