दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच आज, ऋषभ पंत और ग्लेन मैक्सवेल पर रहेंगी नजरें

> अपनी टीम के पहले मुकाबले के अगले दिन क्रिस गेल अपना 41वां जन्मदिन मनाएंगे और इससे पहले वह एक मैच विजयी पारी से खुद को और अपनी टीम को जीत का तोहफा देना चाहेंगे।



दुबई (वार्ता)। दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच आज रविवार को होने वाली आईपीएल-13 की भिड़ंत का फैसला दोनों टीमों के विस्फोटक बल्लेबाज करेंगे। दिल्ली की टीम पिछले सत्र में प्लेऑफ में पहुंची थी और तीसरे स्थान पर रही थी जबकि पंजाब का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था और उसे छठा स्थान मिला था। पंजाब की कप्तानी पिछले सत्र में भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने की थी लेकिन इस सत्र में वह दिल्ली कैपिटल्स टीम की तरफ से खेल रहे हैं। दोनों ही टीमों में कई विस्फोटक बल्लेबाज हैं जिनके ऊपर अपनी टीम की जीत का दारोमदार रहेगा। इस मुकाबले में सभी नजरें दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और पंजाब के आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल पर रहेंगी जो कुछ ही ओवरों में मैच का नक्शा बदलने का दम रखते हैं। पंत ने पिछले सत्र में 16 मैचों में 488 रन बनाये थे और उनका स्ट्राइक रेट 162.66 रहा था। पंत मध्य और डेथ ओवरों में जोरदार प्रहार करने की क्षमता रखते हैं। वह एक समान अधिकार से तेज और स्पिन गेंदबाजों को पीट सकते हैं लेकिन कोरोना के कारण लम्बे समय तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से बाहर रहने के बाद मैदान में उनका बल्ला कितनी आग उगलता है, यह देखना दिलचस्प होगा। पंजाब के ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर मैक्सवेल इंग्लैंड से टी-20 और वनडे सीरीज खेल कर दुबई पहुंचे हैं। इंग्लैंड से दुबई पहुंचे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को मात्र 36 घंटे के क्वारंटीन में रखा गया था ताकि वे अपनी टीमों के लिए शुरुआत से ही उपलब्ध हो सकें। टीम फ्रेंचाइजी का आग्रह था कि ये खिलाड़ी जैव सुरक्षा वातावरण से निकलकर चार्टर्ड फ्लाइट के जरिये दुबई में जैव सुरक्षा वातावरण में पहुंचे हैं इसलिए उन्हें छह दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में नहीं रखा जाए। मैक्सवेल ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक वनडे में 90 गेंदों में चार चौकों और सात छक्कों की मदद से 108 रन की विस्फोटक पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में 2-1 की जीत दिलाई थी। मैक्सवेल टीम के अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले फॉर्म और फिटनेस के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में हैं। दोनों टीमों के सलामी बल्लेबाजों पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल और दिल्ली के शिखर धवन का मुकाबला भी काफी दिलचस्प रहेगा। राहुल और शिखर पिछले सत्र के शीर्ष पांच बल्लेबाजों में शुमार रहे थे। राहुल 14 मैचों में 593 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे और शिखर 16 मैचों में 521 रन बनाकर चौथे स्थान पर रहे थे। दोनों बल्लेबाजों के मजबूत कन्धों पर अपनी टीम को शानदार शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी रहेगी। पिछले सत्र में राहुल का स्ट्राइक रेट 132.91 और शिखर का स्ट्राइक रेट 135.67 रहा था। पंजाब के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल ने पिछले सत्र में 13 मैचों में 153.60 के स्ट्राइक रेट से 490 रन बनाये थे और सर्वाधिक रन बनाने वालों में वह छठे स्थान पर रहे थे। सोमवार को 41 साल के होने जा रहे गेल अपनी टीम के पहले मुकाबले के अगले दिन अपना 41वां जन्मदिन मनाएंगे और इससे पहले वह एक मैच विजयी पारी से खुद को और अपनी टीम को जीत का तोहफा देना चाहेंगे। गेल के लिए उम्र मात्र एक आंकड़ा है और वह अपने बाजुओं की ताकत से गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाने की क्षमता रखते हैं। दिल्ली के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ, कप्तान श्रेयस अय्यर और कैरेबियाई दिग्गज शिमरॉन हेत्माएर भी रन बटोरने की क्षमता रखते हैं। पंजाब के साथ यही स्थिति मयंक अग्रवाल, करुण नायर और सरफराज खान के साथ है। दिल्ली टीम के कोच ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग शुरुआत से ही दुबई में टीम के साथ जुड़ गए थे और टीम के पहले मैच से पूर्व करीब एक महीने में वह दिल्ली के खिलाड़ियों को काफी गुरु ज्ञान दे चुके होंगे। दिल्ली की गेंदबाजी दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा की धार पर निर्भर करेगी जिन्होंने पिछले सत्र में 25 विकेट लिए थे और सर्वाधिक विकेट लेने में दूसरे स्थान पर रहे थे। रबादा के 19 विकेट तो डैथ ओवरों में रहे थे। ऑफ स्पिनर अश्विन इस बार अपनी पिछली टीम पंजाब के खिलाफ अपने अस्त्र शस्त्र आजमाएंगे। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज डेनियल सैम्स विपक्षी बल्लेबाजों को चौंका सकते हैं। सैम्स डैथ ओवरों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। दिल्ली के अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी हैं जो टी-20 फॉर्मेट में एक बार फिर खुद को साबित करना चाहेंगे। इशांत ने पिछले सत्र में पॉवरप्ले में आठ विकेट हासिल किये थे। दिल्ली कैपिटल्स के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा इस टूर्नामेंट में मुंबई इंडियंस के लसित मलिंगा का सर्वाधिक विकेट लेने का रिकार्ड तोड़ने के इरादे उतरेंगे। मलिंगा निजी कारणों से इस बार टूर्नामेंट से हट गए हैं। मलिंगा ने आईपीएल के 122 मैचों में 170 विकेट लिए हैं जो टूर्नामेंट में सर्वाधिक हैं। मिश्रा ने 147 मैचों में 157 विकेट लिए हैं और उन्हें मलिंगा का रिकार्ड तोड़ने के लिए 14 विकेट की दरकार है। राहुल के ऊपर पंजाब को पहली बार खिताब तक ले जाने की जिम्मेदारी रहेगी। पंजाब के कप्तान हर सत्र के साथ बदलते रहे हैं और राहुल 13 सत्रों में टीम के 12वें कप्तान हैं। टीम के पास अनिल कुंबले के रूप में बेहद अनुभवीखिलाड़ी के रूप में ऐसा कोच है जो विपक्षी टीम की चालों को समझ सकता है। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी टीम के प्रमुख हथियार रहेंगे। टीम के पास युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई है जो बल्लेबाजों को चौंका सकता है। पंजाब ने रवि को खरीदने पर दो करोड़ रुपये खर्च किये थे। कृष्णप्पा गौतम भी अच्छे परिणाम दे सकते हैं जिनका पिछले घरेलू सत्र में अच्छा प्रदर्शन रहा था। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन भी टीम के आक्रमण को मजबूती देंगे। जॉर्डन ने 2018 सत्र में 17 विकेट लिए थे।


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