कानपुर नगर में शत - प्रतिशत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कानपुर की कोविड-19 की स्थिति के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को कराया अवगत


> मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में 30 सितम्बर तक 1 करोड़ टेस्टिंग के लक्ष्य के प्रति कार्य कर इसे हासिल करने के निर्देश दिए।


प्रदेश में कोविड 19 का मैनेजमेंट अच्छा रहा है ....


मुख्यमंत्री जी ने समीक्षा की कि उत्तर प्रदेश के केस पर मिलियन पापुलेशन में देश के प्रथम 8 राज्य गोवा, पांडिचेरी, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, अंडमान निकोबार, चंडीगढ़, और कर्नाटक से कम हैं और डेथ्स पर मिलियन में जो देश के 8 राज्य हैं पांडिचेरी, महाराष्ट्र, दिल्ली, गोवा, अंडमान निकोबार, तमिल नाडु और आंध्र प्रदेश से भी नीचे है उत्तर प्रदेश।    


मुख्यमंत्री के टीम 11 को निर्देश :


> ई-संजीवनी ऐप का व्यापक प्रचार – प्रसार कराया जाए।


> पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए।


> पैरामेडिक्स द्वारा मरीजों की गहन मॉनिटरिंग की जाए।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 19 सितम्बर 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 के संक्रमण के नियंत्रण एवं उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मृत्यु की दर कम और रिकवरी दर अच्छी है। मुख्यमंत्री योगी शनिवार 19 सितम्बर 2020 को यहां अपने सरकारी आवास आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के साथ - साथ बैकअप की व्यवस्था भी रहनी चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऑक्सीजन निर्धारित मूल्य पर ही उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, झांसी, अयोध्या, मेरठ तथा गोरखपुर की विशेष मॉनिटरिंग करते हुए इन जिलों में उपचार व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। उन्होंने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से जनपद कानपुर नगर की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि अब कानपुर नगर में शत-प्रतिशत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-संजीवनी ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही ओपीडी सुविधा काफी उपयोगी सिद्ध हो रही है। ज्यादा से ज्यादा लोग इस सेवा से लाभान्वित हो सके, इसके दृष्टिगत ई-संजीवनी ऐप का व्यापक प्रचार – प्रसार कराया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरुकता अभियान जारी रखा जाए। इसके लिए प्रचार के विभिन्न साधनों के साथ - साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने मेडिकल टेस्टिंग, डोर-टू-डोर सर्वे तथा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त - दुरुस्त बनाया रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। पैरामेडिक्स द्वारा मरीजों की गहन मॉनिटरिंग की जाए। एम्बुलेंस सेवाओं को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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