कोविड-19 के दृष्टिगत अस्पतालों एवं चिकित्सा संस्थानों में सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें : मुख्यमंत्री

> मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज से सम्बंधित सभी विभागों को पैकेज के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।


मुख्यमंत्री के टीम 11 को निर्देश :


> स्वास्थ्य विभाग के अधीन कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि की जाए।


> सभी स्थानीय निकायों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोविड-19 के सम्बन्ध में जागरुक किया जाए।


> सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत खाद के लिए गड्ढे खोदकर कम्पोस्ट तैयार किया जाए।


 


दवाओं की जमाखोरी करने वालों की अब खैर नहीं। ...


मुख्यमंत्री जी ने ड्रग कंट्रोलर को दवाओं की जमाखोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। ड्रग कंट्रोलर द्वारा कानपुर समेत 6 जनपदों में प्रदेश में दवाओं एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रतिदिन आख्या उपलब्ध करायी जाए।


 


ऑक्सीजन की दर वही रहनी चाहिए, जो कोविड-19 के पहले थी ..


मुख्यमंत्री जी ने राज्य में स्थापित ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की समीक्षा करके निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में निर्धारित दर पर ही ऑक्सीजन की आपूर्ति करें। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन की कमी न होने पाए।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 14 सितम्बर 2020 को लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। इस कार्यवाही को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए उन्होंने आवश्यकतानुसार सर्विलॉन्स टीम्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी सोमवार 14 सितम्बर 2020 को लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने ड्रग कंट्रोलर को निर्देशित करते हुए कहा कि वे सुनिश्चित करें कि कोविड-19 के दृष्टिगत अस्पतालों एवं चिकित्सा संस्थानों में सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। इन औषधियों के बैकअप की व्यवस्था भी की जाए। कहीं भी दवाओं की जमाखोरी न होने पाए। यदि ऐसा हो तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में स्थापित ऑक्सीजन प्लाण्ट्स प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में निर्धारित दर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति करें। ऑक्सीजन की दर वही रहनी चाहिए, जो कोविड-19 के पहले थी। उन्होंने ऑक्सीजन की कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन की कमी न होने पाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जनपद लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी तथा मेरठ में सभी मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल पूरी गुणवत्ता एवं क्षमता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि ड्रग कंट्रोलर इन जनपदों में दवाई तथा ऑक्सीजन की सुचारु व्यवस्था बनाये रखें। ड्रग कंट्रोलर द्वारा प्रदेश में दवाओं एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रतिदिन आख्या उपलब्ध करायी जाए। मुख्यमंत्री जी ने कोविड अस्पतालों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिक्स की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधीन कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि की जाए। केजीएमयू, एसजीपीजीआई तथा आरएमएलआईएमएस द्वारा 1,000 आईसीयू बेड्स की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व सुरक्षा के सम्बन्ध में लगातार जागरुकता अभियान संचालित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी स्थानीय निकायों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित करते हुए इसके माध्यम से लोगों को कोविड-19 के सम्बन्ध में जागरुक किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज का प्रभावी क्रियान्वयन कराया जाए, ताकि प्रदेश को इस पैकेज का पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को पैकेज के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय तथा पंचायत भवन का निर्माण तेजी से कराया जाए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत खाद के लिए गड्ढे खोदकर कम्पोस्ट तैयार करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इससे किसानों को अच्छी खाद मिलेगी और गांवों में कूड़ा भी निस्तारित होगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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