वाह्य सहायतित परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से यातायात और अधिक सुगम हो जायेगा : उप मुख्यमंत्री

> विश्व बैंक से वित्त पोषित परियोजनाओं के प्रथम चरण में निर्माणाधीन कार्यों की समय-सीमा निर्धारित।


> विश्व बैंक के साथ 3700 करोड़ रुपए का ऋण अनुबन्ध परियोजना में 3100 करोड़ रुपए राज्य मार्गों के उच्चीकरण हेतु रखा गया है, जिसमें 4 कार्य प्रथम चरण में लिये गये हैं, जिनमें एक कार्य पूरा हो गया है तथा शेष 3 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। 


> उप मुख्यमंत्री ने विश्व बैंक से वित्त पोषित परियोजनाओं के द्वितीय चरण के अन्तर्गत 6 राज्य मार्गों के डीपीआर को प्राथमिकता पर गठित कराकर स्वीकृत कराये जाने के निर्देश दिए।


> एशियन डेवलपमेन्ट बैंक के साथ 2782 करोड़ रुपए का ऋण अनुबन्ध परियोजना के अन्तर्गत 8 प्रमुख जिला मार्गों,  के उच्चीकरण का कार्य में से 4 प्रमुख जिला मार्गों का कार्य किया जा चुका है।



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वाह्य सहायतित परियोजनाओं के अन्तर्गत विश्व बैंक एवं एशियन डेवलपमेन्ट बैंक से वित्त पोषित चालू परियोजनाओं के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों को दिये हैं। विश्व बैंक से वित्त पोषित प्रथम चरण में निर्माणाधीन हमीरपुर-राठ मार्ग, गोला-शाहजहांपुर मार्ग और बदायुॅ-बिल्सी-बिजनौर मार्ग (कुल लम्बाई 211 किमी0) पूरा करने की समय-सीमा निर्धारित करते हुये निर्देश दिये हैं कि इन कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के अन्दर हर हाल में पूरा किया जाय। हमीरपुर-राठ मार्ग को जून 2021 तक तथा गोला-शाहजहांपुर और बदायुॅ-बिल्सी-बिजनौर मार्ग को नवम्बर 2021 तक अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। गौरतलब है कि विश्व बैंक व एशियन डेवलपमेन्ट बैंक से वित्त पोषित परियोजनाओं में 70 प्रतिशत धनराशि विश्व बैंक अथवा एशियन डेवलपमेन्ट बैंक के ऋण से तथा 30 प्रतिशत धनराशि प्रदेश सरकार द्वारा व्यय की जाती है। विश्व बैंक के साथ 3700 करोड़ रुपए का ऋण अनुबन्ध अक्टूबर 2019 में हस्ताक्षरित किया जा चुका है। इस परियोजना में 3100 करोड़ रुपए राज्य मार्गों के उच्चीकरण हेतु रखा गया है, जिसमें 4 कार्य प्रथम चरण में लिये गये हैं, जिनमें एक कार्य पूरा हो गया है तथा शेष 3 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। उप मुख्यमंत्री ने द्वितीय चरण के अन्तर्गत 6 राज्य मार्गों (लम्बाई 260 किमी0) के डीपीआर को प्राथमिकता पर गठित कराकर इसी वित्तीय वर्ष में स्वीकृत कराये जाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिये हैं। इन 6 परियोजनाओं के अन्तर्गत हमीरपुर-राठ-गुरसराय-झांसी मार्ग (35 किमी0), मोरादाबाद-हरिद्वार-देहरादून राज्य मार्ग (36 किमी0), गढ़-सयाना-बुलन्दशहर राज्य मार्ग (49.50 किमी0), बहराईच-गोण्डा-फैजाबाद राज्य मार्ग (60.10 किमी0), जनपद गौतमबुद्ध नगर में हामिदपुर-कुचेसर राज्य मार्ग (47.50 किमी0) तथा जनपद संतकबीर नगर में बांसी-मेहदावल-खलीलाबाद राज्य मार्ग (32 किमी0) विश्व बैंक द्वितीय चरण के प्रस्तावित कार्य हैं। विश्व बैंक अथवा एशियन डेवलपमेन्ट बैंक सहायतित परियोजनाओं में  228 करोड़ रुपए का प्राविधान राज्य मार्गों पर सड़क सुरक्षा कार्यों हेतु किया गया है। उप मुख्यमंत्री जी ने राज्य मार्गों का सड़क सुरक्षा आडिट कराकर जंक्शनों के सुधार कार्य, स्पीड टेबिल का निर्माण, उंचे तटबन्धों पर क्रैशबीम बैरियर आदि लगाये जाने के निर्देश दिये हैं। एशियन डेवलपमेन्ट बैंक के साथ 2782 करोड़ रुपए का ऋण अनुबन्ध जून 2017 में हस्ताक्षरित किया गया था। इस परियोजना के अन्तर्गत 8 प्रमुख जिला मार्गों, जिनकी लम्बाई कुल 424 किमी0 है के उच्चीकरण का कार्य कराया जाना था, जिसमें से 4 प्रमुख जिला मार्गों लम्बाई 220 किमी0 का कार्य किया जा चुका है। उप मुख्यमंत्री ने शेष 4 कार्यों को भी तीव्र गति से कराते हुये निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत पूरा कराने के निर्देश दिये हैं। लोक निर्माण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 4 चालू कार्यों में फतेहपुर जनपद के अन्तर्गत हुसैनगंज-हठगांव-अलीपुर मार्ग का 88 प्रतिशत कार्य, जनपद देवरिया कुशीनगर के अन्तर्गत कप्तानगंज-हाटा-गौरीबाजार-रूद्रपुर मार्ग का 71 प्रतिशत कार्य, जनपद लखनऊ उन्नाव के अन्तर्गत मोहनलालगंज-मौरांवा मार्ग का 55 प्रतिशत कार्य तथा एटा कासगंज के अन्तर्गत अलीगंज सोरो मार्ग का 17 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है और इन परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वाह्य सहायतित परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से यातायात और अधिक सुगम हो जायेगा तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी अनुकूल एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


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