भारत-चीन सैन्य कमांडर-स्तरीय बैठक के 7वें दौर में एलएसी पर डिसइंगेजमेंट पर हुई चर्चा


चुशूल मोलदो लद्दाख में 7वें दौर की बैठक के बाद लेफ्टिनेंट जनरल पी जी के मेनन लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की कमान संभालते हुए। लेफ्टिनेंट जनरल पी जी के मेनन ने पूरे जोश और उत्साह के साथ सभी ज़िम्मेदारियों पर बेहतरीन काम करना जारी रखा है। (फोटो : एडीजी पीआई, भारतीय सेना)


नई दिल्ली (पी आई बी)। 12 अक्टूबर को, भारत और चीन के वरिष्ठ कमांडरों की 7वीं बैठक चुशूल में आयोजित की गई थी। दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ विघटन (डिसइंगेजमेंट) पर गहन और रचनात्मक विचारों का आदान-प्रदान किया। उनका विचार था कि ये चर्चाएं सकारात्मक, रचनात्मक थीं और एक - दूसरे के पदों की समझ को बढ़ाती थीं। दोनों पक्षों ने जल्द से जल्द विघटन (डिसइंगेजमेंट) के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने हेतु सैन्य और राजनयिक (डिप्लोमेटिक) चैनलों के माध्यम से संवाद और संचार बनाए रखने के लिए सहमति व्यक्त की। दोनों पक्ष, दोनों देशों के नेताओं द्वारा महत्वपूर्ण समझ को लागू करने के लिए विवादों में मतभेदों को मोड़ने के लिए नहीं बल्कि सीमा क्षेत्रों में शांति और शांति की रक्षा करने के लिए ईमानदारी से इसे लागू करने के लिए सहमत हुए।


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