मुख्यमंत्री ने जनपद फर्रुखाबाद में एल - 2 कोविड चिकित्सालय तत्काल क्रियाशील किए जाने के निर्देश दिए

कोविड चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों से भी सीएम हेल्पलाइन द्वारा संवाद स्थापित कर रोगियों का कुशलक्षेम लिया जाए : मुख्यमंत्री


कोविड-19 की स्क्रीनिंग के पश्चात ही रोगियों का उपचार करें ....


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्क्रीनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आक्सीमीटर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना चाहिए।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 1 अक्टूबर 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 पर प्रभावी नियन्त्रण के लिए प्रोएक्टिव होकर कार्य करने पर बल दिया है। उन्होंने कोविड-19 की रिकवरी दर को और बेहतर करने के लिए लक्ष्य केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी गुरुवार 1 अक्टूबर 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद लखनऊ और कानपुर नगर में विशेष ध्यान देते हुए रिकवरी दर में और वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा कि जनपद फर्रुखाबाद में पाॅजिटिविटी दर को कम करने के लिए एक मेडिकल टीम भेजी जाए तथा जनपद में एल - 2 कोविड चिकित्सालय को तत्काल क्रियाशील किया जाए। मुख्यमंत्री ने जनपद जालौन में कोविड-19 के मरीजों को बेहतर उपचार सुलभ कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिले में नए एनेस्थीसियोलाॅजिस्ट की तैनाती करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों से भी सीएम हेल्पलाइन द्वारा संवाद स्थापित कर रोगियों का कुशलक्षेम लिया जाए। उन्होंने अनलाॅक व्यवस्था के सम्बन्ध में नवीनतम गाइडलाइन्स को तत्काल निर्गत करने के निर्देश भी दिए। संक्रमण के नियंत्रण में प्रभावी सर्विलांस की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्विलांस गतिविधियों को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। इसके लिए इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की व्यवस्था सुदृढ़ रखी जाए। उन्होंने कहा कि जनरल ओपीडी संचालित करने वाले अस्पताल एवं चिकित्सक, कोविड-19 की स्क्रीनिंग के पश्चात ही रोगियों का उपचार करें। स्क्रीनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आक्सीमीटर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि एमएसपी के तहत धान क्रय व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित किया जाए। किसान को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए धान क्रय व्यवस्था से जुड़े अधिकारी क्रय केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करते रहें। उन्होंने धान क्रय केन्द्रों पर कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन करते हुए खरीद की कार्यवाही संचालित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, ऐसे प्रभावित किसानों को सर्वे कराकर तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त संजय गोयल, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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