मुख्यमंत्री ने कानपुर नगर के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से स्थिति की जानकारी प्राप्त की
> संक्रमण से सफलतापूर्वक उपचारित व्यक्तियों के लिए अपनाई गई चिकित्सा व्यवस्था का निरन्तर गहन अध्ययन किया जाए : मुख्यमंत्री
> मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए।
> प्रतिदिन 100 से अधिक मामले वाले जनपदों में जियोग्राफिकल मैपिंग कराकर क्लस्टर की पहचान की जाए ...
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिन्हित किए गए क्लस्टर में कन्टेनमेन्ट जोन बनाकर संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी कार्यवाही की जाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 4 अक्टूबर 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में पिछले 17 दिनों में 22 हजार कोविड पाॅजिटिव के एक्टिव केस कम होने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए बचाव और उपचार की बेहतर व्यवस्था जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 की रिकवरी दर में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री योगी रविवार 4 अक्टूबर को यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंनेे कहा कि कोविड-19 के अधिक मामलों वाले जनपदों में विशेष ध्यान दिया जाए। सबसे पहले प्रतिदिन 100 से अधिक मामले वाले जनपदों में जियोग्राफिकल मैपिंग कराकर क्लस्टर की पहचान की जाए। दूसरे चरण में 50 से अधिक मामले वाले जनपदों में यह व्यवस्था लागू की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिन्हित किए गए क्लस्टर में कन्टेनमेन्ट जोन बनाकर संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी कार्यवाही की जाए। इन क्लस्टर्स में प्रत्येक व्यक्ति की मेडिकल टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कन्टेनमेन्ट जोन में होम डिलीवरी व्यवस्था के माध्यम से आवश्यक सामग्री की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ और कानपुर नगर के नोडल अधिकारी क्रमशः अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से स्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी तेजी से कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ-साथ अस्पताल में भर्ती रोगियों से भी सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से कुशलक्षेम लिए जाने की व्यवस्था जारी रखी जाए। इससे लोगों का मनोबल बढ़ता है और जन विश्वास में वृद्धि भी होती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से सफलतापूर्वक उपचारित व्यक्तियों के लिए अपनाई गई चिकित्सा व्यवस्था का निरन्तर गहन अध्ययन किया जाए। इससे अन्य संक्रमित लोगों को उपचारित करने में मदद मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद के माध्यम से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान सम्भव है। इसलिए सभी समस्याओं का समाधान संवाद बनाकर किया जाना चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग को बालिकाओं / महिलाओं से जुड़े मामलों तथा अनुसूचित जाति / जनजाति से जुड़े मामलों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरतने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एमएसपी से कम पर खरीद न हो। किसानों को धान सुखाकर एवं साफ करके खरीद केन्द्र पर लाने हेतु जागरूक किया जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त संजय गोयल, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।