नाबालिग दुष्कर्म मामले के सभी आरोपी भेजे गये न्यायिक हिरासत में

> रोहित के दुष्कर्म करने और संजय के पैसे छीनने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक



झांसी (वार्ता)। उत्तर प्रदेश में झांसी के सीपरी बाजार थानाक्षेत्र स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के लड़कों के छात्रावास में एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने पूरे घटनाक्रम पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए सोमवार को बताया कि पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में एक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से एक नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ तहरीर मिली थी। विवेचना में आठ आरोपियों के नाम प्रकाश में आये और इन सभी को घटना के 12 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले के नामजद आरोपी भरत कुमार कुशवाहा (19) और दुष्कर्म के मुख्य आरोपी रोहित कुमार सैनी (22) सहित संजय कुशवाहा (20) निवासी महोबा, शैलेंद्र कुमार पाठक (19) निवासी गोंडा, बिपिन बिहारी (24) निवासी प्रयागराज, मोनू पार्या (20) निवासी मऊरानीपुर झांसी, मयंक शिवहरे (22) और धर्मेंद्र सेन (20) निवासी झांसी को गिरफ्तार किया गया है। रोहित के दुष्कर्म करने और संजय के पैसे छीनने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। तहरीर में 10 से 12 लोगों का नाम होने के सवाल पर श्री कुमार ने कहा कि फिलहाल जांच में और लोगों के नाम प्रकाश में नहीं आने के कारण अभी तक आठ ही लोग गिरफ्तार हो पाये हैं लेकिन आगे अगर और भी नामों का खुलासा होता है तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जायेगा। एसएसपी ने बताया कि पीड़िता की ओर से दी गयी तहरीर में 10 से 12 लड़कों पर उसके और उसके मित्र के साथ मारपीट करने एक लड़के पर दुष्कर्म करने जबकि बाकियों पर अश्लील वीडियो बनाने और किसी के आने की आशंका के मद्देनजर चौकसी करने तथा धमकाकर पैसे छीनने के आरोप लगाये हैं। ऐसी परिस्थिति में पुलिस ने मामले को सामूहिक दुष्कर्म के रूप में ही दर्ज किया है क्योंकि बाकी सभी ने इस अपराध में किसी न किसी तरह से हिस्सेदारी की है। पूरे मामले में बयान दर्ज कराने से लेकर अन्य साइंटिफिक सबूत आदि जल्द से जल्द एकत्र कर चार्जशीट दाखिल करायी जायेगी और फास्ट ट्रैक अदालत में मामले को ले जाकर पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास किया जायेगा। फिलहाल पीड़िता को मनोवैज्ञानिक द्वारा परामर्श दिये जाने की व्यवस्था भी कर दी गयी है।
आगे से ऐसे मामले पर प्रभावी रोक के लिए सभी थाना प्रभारियों, चौकी प्रभारियों और बीट सिपाहियों को अपने अपने क्षेत्र में सूनसान इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और रेडियो के माध्यम से किशोरियों और कामकाजी महिलाओं को सूनसान इलाके में नहीं जाने, अज्ञात लोगों से नहीं मिलने, बिना परिजनों को सूचित किये और सुरक्षा इंतजाम के किसी अंजान जगह या अंजान लोगों से नहीं मिलने के संबंध में जागरुकता फैलाने का भी काम किया जायेगा।
गौरतलब है कि रविवार को एक नाबालिग छात्रा पॉलीटेक्निक कॉलेज के पास अपने मित्र से मिलने गयी थी इसी दौरान कॉलेज के छात्रावास के 10 से 12 लड़के वहां पहुंच गये। इन्होंने छात्रा और उसके मित्र को बंधक बनाया और छात्रा का अश्लील वीडियो बनाया। इसके बाद धमकाकर दोनों से पैसे छीने लेकिन इस पर भी इन लोगों का मन नही भरा और उनमें से एक छात्रा को खींचकर छात्रावास के कमरे में ले गया जहां उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। इसी दौरान एक सिपाही विक्रम वहां से गुजरा और छात्रावास से चीखने की आवाजें सुनकर वह घटनास्थल पर पहुंचा। सिपाही को देखकर सभी आरोपी मौके से भाग गये । सिपाही ने पूरी जानकारी सीपरी थाना पुलिस को दी और पुलिस पीड़िता और उसके मित्र को लेकर थाने आयी जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गयी।


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