उ प्र में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ने मेडिकल कॉलेजों की एक लम्बी श्रृंखला स्थापित करने में अपना योगदान दिया : मुख्यमंत्री

> मुख्यमंत्री व केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में 220 शैय्यायुक्त कोविड अस्पताल तथा एमएलएन मेडिकल कॉलेज में कोबास लैब का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया।


> प्रदेश के राजकीय क्षेत्र में यह पहली कोबास 6800 मशीन।


> पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान 02 एम्स, 29 नये मेडिकल कॉलेजों तथा 06 सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल ब्लॉक्स की स्थापना भारत सरकार के सहयोग से हुई : मुख्यमंत्री



मा मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, 05 अक्टूबर 2020 को 5-कालीदास मार्ग, लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन, नई दिल्ली के साथ बैठक करते हुये तथा 220 शैय्यायुक्त कोविड अस्पताल का लोकार्पण करते हुये। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सोमवार 5 अक्टूबर को संयुक्त रूप से प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में 220 शैय्यायुक्त कोविड अस्पताल तथा एमएलएन मेडिकल कॉलेज में कोबास लैब का लोकार्पण वर्चुअल माध्यम से किया। कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता, सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी व केसरी देवी पटेल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी ने भी वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत न केवल पूर्व स्थापित मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के लिए समय से धनराशि उपलब्ध करवायी गयी, बल्कि इस योजना ने उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की भी एक लम्बी श्रृंखला स्थापित करने में अपना योगदान दिया है। इसी श्रृंखला में आज मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ा है। उन्होंने लोगों को एक रचनात्मक सोच दी है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा में जो आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है, वह इसी का परिणाम है। प्रदेश में पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान 02 एम्स, 29 नये मेडिकल कॉलेजों तथा 06 सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल ब्लॉक्स की स्थापना हुई है। यह भारत सरकार के सहयोग से सम्भव हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में कोरोना के ऐक्टिव केसेज में कमी आयी है। जो ट्रेण्ड चला है, वह यह साबित करता है कि टेस्टिंग क्षमता बढ़ाकर कोविड-19 को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बनायी गयी कार्ययोजना और केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जी द्वारा समय-समय पर दिये गये सुझावों एवं सहयोग से ही यह सम्भव हो पाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कोबास मशीन की काफी दिनों से प्रतीक्षा थी। राज्य सरकार के किसी मेडिकल कॉलेज में यह पहली मशीन प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि आरटी पीसीआर की प्राप्त की गयी क्षमता से प्रतिदिन 60,000 टेस्ट किया जाना सम्भव हुआ है। बाकी टेस्ट रैपिड एण्टीजन व ट्रू नेट से किये जा रहे हैं। इस प्रकार प्रदेश में अब प्रतिदिन डेढ़ से पौने दो लाख टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक लाख 75 हजार से अधिक कोविड बेड की स्थापना की है। प्रत्येक जनपद में एल-1 व एल-2 कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन व अन्य जरूरी मेडिकल उपकरणों समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गयी हैं। कोविड वैक्सीन के लिए कोल्ड चेन की आवश्यकता होगी। प्रदेश में वैक्सीन की कोल्ड चेन का एक मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में 01 करोड़ 06 लाख से अधिक टेस्ट उत्तर प्रदेश में किये जा चुके हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि कोरोना के खिलाफ देश की इस लड़ाई में उत्तर प्रदेश पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपना योगदान देगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल ब्लॉक्स की स्थापना की जा रही है। प्रधानमंत्री जी आमजन को स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए संकल्पित हैं। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में चिकित्सा शिक्षा विभाग नित नये कार्य कर रहा है। कोरोना को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने हर स्तर पर तैयारी की है और लोगों को बेहतरीन इलाज की व्यवस्था की है। ज्ञातव्य है कि स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में स्थित नवनिर्मित भवन को कोविड-19 प्रभावित रोगियों के उपचार हेतु चिन्हित किया गया है। इस भवन में कुल 220 कोविड रोगियों के उपचार की सुविधा उपलब्ध है, जिनमें गम्भीर मरीजों के उपचार हेतु 140 आईसीयू / एचडीयू बेड उपलब्ध हैं। 80 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था भी इस अस्पताल में की गई है। केन्द्र सरकार के अधीन आईसीएमआर द्वारा एमएलएन मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज हेतु कोविड-19 की जाँच में प्रयोग होने वाली लगभग 4.5 करोड़ रुपये की उच्च कोटि व नवीन तकनीक की 01 कोबास मशीन उपलब्ध करायी गयी है। प्रदेश के राजकीय क्षेत्र में यह पहली कोबास 6800 मशीन है। इस मशीन से लगभग 1,200 टेस्ट प्रतिदिन किये जा सकते हैं। कोबास लैब को पूरी तरह क्रियाशील करने में लगभग 7.5 करोड़ रुपये की लागत आयी है। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, केजीएमयू के कुलपति ले जनरल प्रो बिपिन पुरी, एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो आर के धीमान, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो नुजहत हुसैन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


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