विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा उत्तर प्रदेश के स्टेट टोबैको कन्ट्रोल सेल को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस - 2021 पुरस्कार
बिजली उपभोग की दर में कोई वृद्धि न करते हुए, इसे यथावत रखना सर्वथा उचित होगा : मुख्यमंत्री
> कोरोना मुक्त व्यक्तियों की पोस्ट कोविड अवस्था में होने वाले कॉम्प्लिकेशंस के उपचार की पूरी व्यवस्था हो : मुख्यमंत्री
> इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के संबंध में अभी से पूरी सतर्कता बरतें : मुख्यमंत्री
> जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनकर तैयार हो गए हैं उन्हें फंक्शनल कराया जाए : मुख्यमंत्री
आवश्यकतानुसार मानव संसाधन की व्यवस्था पर जोर.....
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अस्पतालों में पीकू और नीकू वॉर्डों की स्थापना कर आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध रहे तथा आगामी 1 जून से होने वाले व्यापक वैक्सीनेशन अभियान में आवश्यक मानव संसाधन का प्रशिक्षण कराकर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
विगत दिनों ऑक्सीजन की मांग में कमी आयी ...
अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास 04 दिन से अधिक का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है।
कोविड-19 की स्थिति की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को कराया अवगत ...
विगत दिवस प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों में 112 बेड की वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 28 मई, 2021 को वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए।
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति कोविड नियंत्रण में उपयोगी सिद्ध हो रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में लगातार कमी एवं रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार 28 मई को वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा किये गये आकलन के दृष्टिगत मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण का कार्य व्यापक स्तर पर किया जाए। 01 जून, 2021 से प्रदेश के सभी जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का कोरोना वैक्सीनेशन कार्य प्रारंभ हो रहा है। भविष्य में संक्रमण की रोकथाम तथा इसका प्रभाव न्यूनतम करने के लिए अधिक से अधिक प्रदेशवासियों का वैक्सीनेशन कराया जाना आवश्यक है। इसे ध्यान में रखते हुए माह जून, 2021 में कोविड वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान कोरोना वैक्सीन की 01 करोड़ डोज से प्रदेशवासियों के वैक्सीनेशन के लक्ष्य के साथ प्रारंभ किया जाए। मुख्यमंत्री को बैठक में अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 2,402 मामले आए हैं। इसी अवधि में 8,145 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक एक्टिव मामले 3,10,783 थे। वर्तमान में एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 52,244 हो गयी है। इस प्रकार विगत 30 अप्रैल के सापेक्ष एक्टिव मामलों की संख्या में 2,58,539 की कमी आयी है। मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 95.7 प्रतिशत हो गयी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में भी कमी देखी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 3,58,407 कोविड टेस्ट किये गये। विगत 24 घण्टों में टेस्ट पॉजिटिविटी दर 0.7 प्रतिशत रही है। प्रदेश में अब तक 4 करोड़, 84 लाख, 26 हजार 572 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस - 2021 पुरस्कार उत्तर प्रदेश के स्टेट टोबैको कन्ट्रोल सेल को तम्बाकू नियंत्रण के प्रयासों के लिए दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए चलाये जा रहे वृहद जांच अभियान को प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। किसी भी लक्षण युक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति तक निगरानी समितियां सबसे पहले पहुंचती है। इसलिए निगरानी समितियों को पर्याप्त संख्या में मेडिकल किट उपलब्ध कराये जाने के साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक जरूरतमंद को मेडिकल किट उपलब्ध हो जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा सेक्टर के प्रभारी अधिकारी को जवाबदेह बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कम होने के साथ सभी जनपदों में पर्याप्त संख्या में कोविड बेड उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में पोस्ट कोविड वाॅर्ड की स्थापना सुनिश्चित की जाए। इन वाॅर्डों में कोरोना मुक्त व्यक्तियों की पोस्ट कोविड अवस्था में होने वाले कॉम्प्लिकेशंस के उपचार की पूरी व्यवस्था हो। ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को संक्रमण के उपचार हेतु दवा उपलब्ध कराई जाए। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए संस्तुत वैकल्पिक दवाओं की भी व्यवस्था कर मरीजों को उपलब्ध कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के लिए उनके निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही की जा रही है। कोविड बेड की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। विगत दिवस प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों में 112 बेड की वृद्धि हुई है। इसमें आइसोलेशन बेड के अलावा आई.सी.यू. बेड भी सम्मिलित हैं। आवश्यक मानव संसाधन में भी लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस कार्रवाई को पारदर्शी और प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों एवं जनपदों में पीडियाट्रिक आई.सी.यू. (पीकू) तथा निओनेटल आई.सी.यू. (नीकू) की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्य में प्रदेश के इंसेफेलाइटिस नियंत्रण सम्बन्धी अनुभवों का उपयोग किया जाए। पीकू और नीकू के संचालन के लिए उपकरणों, मानव संसाधन सहित सभी जरूरी व्यवस्थाएं भी की जाएं। योजना बनाकर मानव संसाधन की ट्रेनिंग का कार्य भी सम्पन्न करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के संबंध में अभी से पूरी सतर्कता बरतें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर को सुदृढ़ बनाकर प्रभावी ढंग से क्रियाशील किए जाने के निर्देश दिए गए थे। सुनिश्चित किया जाए कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यथाशीघ्र कार्य प्रारंभ हो जाए। स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण के कार्य की जवाबदेही तय करके दैनिक मॉनिटरिंग की जाए। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मेडिकल उपकरणों के रख - रखाव, आवश्यक मानव संसाधन, पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रहे। जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनकर तैयार हो गए हैं उन्हें फंक्शनल कराया जाए। निर्माणाधीन स्वास्थ्य केंद्रों को शीघ्र पूर्ण करा कर संचालित कराया जाए। इनके लिए आवश्यकतानुसार मानव संसाधन की व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में 552 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपयोग की गई है। विगत कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास 04 दिन से अधिक का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है। होम आइसोलेशन के मरीजों में भी ऑक्सीजन की डिमाण्ड में कमी आयी है। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यवस्थित, निर्बाध और सुचारु ढंग से जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर संचालित की जाए। सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था होनी चाहिए। वैक्सीनेशन सेंटर पर अनावश्यक भीड़ - भाड़ ना हो। उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेंटर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 जून, 2021 से प्रदेश के सभी 75 जनपदों में प्रारंभ हो रहे 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन के कार्य की प्रभावी योजना होनी चाहिए। वैक्सीनेशन कार्य व्यापक रूप से पूरे प्रदेश में चलाया जा सके इसके लिए आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था कर उनका प्रशिक्षण करा लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही कोरोना सहित विभिन्न संक्रामक बीमारियों यथा, इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, कालाजार, चिकनगुनिया आदि की रोकथाम में उपयोगी है। इसके दृष्टिगत स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग का कार्य पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के कार्य में फायर ब्रिगेड तथा गन्ना विभाग के वाहनों एवं मशीनों का उपयोग किया जाए। कूड़े के निस्तारण का प्रबंध किया जाए। जल जमाव को रोकने के लिए नाले व नालियों की सफाई करा ली जाए। नाले - नालियों से निकलने वाले सिल्ट का निस्तारण भी सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मास्क के अनिवार्य उपयोग और दो गज की दूरी का पालन करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक पैमाने पर प्रयोग करते हुए जागरुक एवं प्रेरित किया जाए। पुलिस द्वारा निरन्तर पेट्रोलिंग करते हुए आंशिक कोरोना कर्फ्यू को और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी गेहूं क्रय केन्द्र प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें। अपना गेहूं बेचने में किसी किसान को कोई समस्या पेश नहीं आनी चाहिए। लघु और सीमान्त किसान सुविधाजनक ढंग से गेहूं विक्रय कर सकें, इस हेतु उनके लिए सप्ताह में कुछ दिन आरक्षित किए जाएं। गेहूं क्रय में अनियमितता मिलने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। एम.एस.पी. के तहत गेहूं खरीद तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न का वितरण कोविड प्रोटोकाॅल के पूर्ण पालन के साथ सुचारू ढंग से किया जाए। सभी जनपदों में कम्युनिटी किचन का प्रभावी ढंग से संचालन किया जाए। सभी औद्योगिक गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित रहें। मुख्यमंत्री ने जनपद अलीगढ़ में अवैध शराब से लोगों की मृत्यु की घटना में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दोषियों की सम्पत्ति जब्त कर, उसकी नीलामी कराकर पीड़ित व्यक्तियों को मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि गृह विभाग तथा आबकारी विभाग विशेष अभियान चलाकर 48 घण्टे में शराब की हर दुकान की जांच करें। अवैध शराब की बिक्री में संलिप्त पाए जाने वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना कालखण्ड की वर्तमान विषम परिस्थितियों में प्रदेश की जनता को हर सम्भव राहत प्रदान करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए बिजली उपभोग की दर में कोई वृद्धि न करते हुए, इसे यथावत रखना सर्वथा उचित होगा।