गोंडा के महिला चिकित्सालय में 50 बेड का पीडियाट्रिक आई.सी.यू. तथा 10 बेड का निओनेटल आई.सी.यू. स्थापित किये जा रहे हैं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनकापुर तथा करनैलगंज में 10-10 बेड के पीकू वाॅर्ड बनाये जा रहे
मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में पीकू एवं नीकू वाॅर्ड की स्थापना कार्य को युद्धस्तर पर आगे बढ़ाने के निर्देश दिए
देवीपाटन मंडल के प्रत्येक जनपद में प्रतिदिन कम से कम पांच हजार कोविड टेस्ट किये जाएं : मुख्यमंत्री
कार्यक्रम -
> मुख्यमंत्री ने जनपद गोण्डा का भ्रमण किया।
> मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मण्डल के कोविड प्रबन्धन कार्यों की समीक्षा की।
> मुख्यमंत्री ने जनपद गोण्डा का भ्रमण किया।
> मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मण्डल के कोविड प्रबन्धन कार्यों की समीक्षा की।
> समीक्षा में मण्डल के जनपद बहराइच, बलरामपुर तथा श्रावस्ती के अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।
> मुख्यमंत्री ने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय के पोस्ट कोविड वाॅर्ड का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय के पोस्ट कोविड वाॅर्ड का निरीक्षण किया।
>
मुख्यमंत्री ने पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती मरीज से बात कर उनके
स्वास्थ्य लाभ तथा अस्पताल में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की
जानकारी ली।
> मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पन्त नगर तथा गेहूं क्रय केन्द्र पन्त नगर का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड झंझरी के ग्राम परेड सरकार पहुंचकर वहां निगरानी समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
> मुख्यमंत्री ने डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय में संचालित वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड झंझरी के ग्राम परेड सरकार पहुंचकर वहां निगरानी समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
> मुख्यमंत्री ने डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय में संचालित वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन के लिए आए हुए लोगों से बात की तथा उनका हाल - चाल पूछा।
आगामी 01 जून से सभी जनपदों में 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री के जिलाधिकारियों को निर्देश -
- ग्राम निगरानी समितियां डोर - टू - डोर सर्वे कर लक्षणयुक्त / संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों को चिन्हित करें
- अस्पतालों की फायर सेफ्टी जांच अभियान चलाकर किये जाने के निर्देश
- जीरो वेस्टेज के लक्ष्य के साथ टीकाकरण की कार्यवाही हो
- कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के साथ ही साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए अभी से माइक्रो लेवल पर तैयारी शुरू करने के निर्देश
मुख्य निर्देश -
> 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के टीकाकरण हेतु सभी जनपदों में अभिभावक स्पेशल टीकाकरण बूथ बनाए जाएं : मुख्यमंत्री
> मानक अनुरूप सभी स्वास्थ्य सेवाएं व्यवस्थित कराने के लिए सामुदायिक / प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को गोद लें जनप्रतिनिधि : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा के कमिश्नरी
सभागार में कोविड प्रबन्धन कार्याें की मण्डलीय समीक्षा करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में पंतनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में निगरानी समितियों के सदस्यों तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वार्ता कर, कोविड-19 संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए निर्देश देते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में केशवगंज गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में जिला अस्पताल
के पोस्ट कोविड वार्ड में उपचाररत रोगी से उनका कुशलक्षेम जानते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 मई, 2021 को जनपद गोंडा में जिला अस्पताल
के कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण के दौरान वैक्सीनेशन के लिए आए हुए
लाभार्थी से संवाद करते हुए।
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोण्डा का भ्रमण कर देवीपाटन
मण्डल के कोविड प्रबन्धन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने इण्टीग्रेटेड
कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय के पोस्ट कोविड
वाॅर्ड, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पन्त नगर तथा गेहूं क्रय केन्द्र पन्त
नगर का निरीक्षण किया। उन्होंने विकास खण्ड झंझरी के ग्राम परेड सरकार
पहुंचकर वहां निगरानी समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय में संचालित वैक्सीनेशन सेन्टर का
निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने जनपद गोण्डा के इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड
कन्ट्रोल सेन्टर (आई.सी.सी.सी.) का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री
ने वहां तैनात स्टाफ से संवाद स्थापित करते हुए आई.सी.सी.सी. की विभिन्न
गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सेण्टर के सुचारु और प्रभावी
संचालन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री
ने जिला पंचायत सभागार में जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के साथ मण्डल
में कोविड नियंत्रण की स्थिति की गहन समीक्षा की। इस समीक्षा में मण्डल के
जनपद बहराइच, बलरामपुर तथा श्रावस्ती के अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से
सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना
टेस्टिंग की क्षमता में वृद्धि की जाए। अधिक से अधिक टेस्ट किये जाएं।
प्रत्येक जनपद में प्रतिदिन कम से कम पांच हजार कोविड टेस्ट किये जाएं। यह
सुनिश्चित किया जाए कि विशेष जांच अभियान के तहत ग्राम निगरानी समितियां
डोर - टू - डोर सर्वे कर लक्षणयुक्त की संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों
को चिन्हित करते हुए इन्हें तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराएं। ऐसे
व्यक्तियां का आर.आर.टी. द्वारा एण्टीजन टेस्ट भी किया जाए। मुख्यमंत्री ने
सभी जिलाधिकारियों से कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव के सम्बन्ध
में की जा रही तैयारियों के बारे में विस्तार से पूछा। बैठक में जिलाधिकारी
गोण्डा द्वारा उन्हें अवगत कराया गया कि जिला महिला चिकित्सालय में 50 बेड
का पीडियाट्रिक आई.सी.यू. (पीकू) वाॅर्ड तथा 10 बेड का निओनेटल आई.सी.यू.
(नीकू) वाॅर्ड स्थापित किये जा रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
मनकापुर तथा करनैलगंज में 10-10 बेड के पीकू वाॅर्ड बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने सभी जनपदों में पीकू एवं नीकू वाॅर्ड की स्थापना कार्य को
युद्धस्तर पर आगे बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि पीडियाट्रिशियन,
एनेस्थेटिक, टेक्नीशियन तथा पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग का कार्यक्रम भी
संचालित किया जाए। मण्डल के सभी जनपदों में पोस्ट कोविड वाॅर्ड संचालित
किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य
केंद्रों तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था तथा
रखरखाव को बेहतर किया जाए। सभी सी.एच.सी., पी.एच.सी. तथा हेल्थ एवं वेलनेस
सेण्टर पर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता
सुनिश्चित की जाए। सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को
स्वच्छ व क्रियाशील रखा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सभी जनपदों
में उपलब्ध सभी वेंटीलेटर कार्यशील अवस्था में रहें। खराब वेंटिलेटर की
तुरंत मरम्मत कराकर कार्यशील किया जाए। सभी जनपदों में 108 सेवा की 75
प्रतिशत एम्बुलेंस का उपयोग कोविड कार्यों में किया जाए। यह सुनिश्चित किया
जाए कि कोई भी निजी अस्पताल मरीजों से शासन द्वारा निर्धारित दरों से अधिक
धनराशि न ले। उन्होंने अस्पतालों की फायर सेफ्टी जांच अभियान चलाकर किये
जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर
निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन कार्य किया जा रहा है। उन्होंने मण्डल के सभी
जिलाधिकारियों को कोविड वैक्सीनेशन कार्य को सुचारु एवं प्रभावी ढंग से
संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जीरो वेस्टेज के लक्ष्य के
साथ टीकाकरण की कार्यवाही की जाए। वैक्सीनेशन सेन्टर के वेटिंग एरिया में
बैठने का समुचित प्रबन्ध किया जाए। टीकाकरण के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल पर
विशेष ध्यान दिया जाए। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार ही लोगों को टीकाकरण
केन्द्रों पर बुलाया जाए। आगामी 01 जून से प्रदेश के सभी जनपदों में 18 से
44 आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ होगा। इसके दृष्टिगत सभी
व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में
व्यापक जागरुकता के लिए प्रचार गतिविधियां संचालित किए जाने पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित
रखने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से संवाद करते हुए अनुरोध
किया कि वे अपने - अपने क्षेेत्र के इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल
सेण्टर, वैक्सीनेशन सेण्टर तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण
करें। इस सम्बन्ध में अपना फीड-बैक अधिकारियों को दें। इससे व्यवस्थाओं को
बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से यह आग्रह भी
किया कि वे अपने - अपने क्षेत्र के कम से कम एक सामुदायिक / प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र को गोद लें तथा वहां पर मानक अनुरूप सभी स्वास्थ्य
सेवाएं व्यवस्थित कराएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वैक्सीनेशन तथा
मेडिकल किट वितरण कार्य में जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त करने के
निर्देश दिए। जनप्रतिनिधियों द्वारा अपनी निधि से ऑक्सीलन प्लांट लगाए जाने
के लिए आर्थिक सहायता दिये जाने पर मुख्यमंत्री द्वारा उनके प्रति आभार
व्यक्त किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की
स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। लक्षण युक्त मरीजों की स्थिति में
तेजी से सुधार हुआ है, फिर भी हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा।
निगरानी समितियां अधिक से अधिक गांवों का भ्रमण कर लक्षणयुक्त तथा संक्रमण
संदिग्ध लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध करायें। राज्य सरकार हर उस अन्तिम
व्यक्ति तक पहुंच रही है, जो अस्पताल आने में असमर्थ है।मुख्यमंत्री
ने वर्षा ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए मण्डल के समस्त जिलाधिकारियों को
निर्देशित किया कि वे अपने - अपने जनपद में संक्रामक रोगों की रोकथाम के
लिए सभी व्यवस्थाएं अभी से कर लें। कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से निपटने
के साथ ही साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए अभी से माइक्रो
लेवल पर तैयारी शुरू कर दी जाए। उन्होंने स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा
फाॅगिंग के कार्य को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में कम्युनिटी किचन संचालित होने
चाहिए। इसके माध्यम से सभी जरूरतमन्दों तथा मरीजों के परिजनों को भोजन
उपलब्ध कराया जाए। कन्टेनमेन्ट जोन की व्यवस्थाओं को सख्ती से लागू किया
जाए। डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। मास्क के अनिवार्य उपयोग
तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाए। गरीबों को मास्क दिए जाए। पब्लिक
एड्रेस सिस्टम को प्रभावी ढंग से क्रियाशील रखा जाए। गांवों में कोरोना से
बचाव तथा वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में जागरुकता सृजित की जाए। जो निर्माण
कार्य संचालित हैं, उनमें तेजी लायी जाए। औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित न
होने दी जाएं। समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने डेडीकेटेड कोविड
हास्पिटल में संचालित वैक्सीनेशन सेन्टर तथा पोस्ट कोविड वार्ड का निरीक्षण
किया। उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए आए हुए लोगों से बात की तथा उनका हाल -
चाल पूछा। उन्होंने पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती मरीज से बात कर उनके
स्वास्थ्य लाभ तथा अस्पताल में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की
जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पन्त नगर पहुंचकर
अस्पताल का निरीक्षण किया तथा मरीजों से वार्ता की। उन्होंने गेहूं क्रय
केन्द्र पन्त नगर का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम परेड सरकार का
भ्रमण कर वहां निगरानी समिति के कार्याें का जायजा लिया। उन्होंने
ग्रामवासियों से संवाद स्थापित कर निगरानी समिति के कार्यों के सम्बन्ध में
फीडबैक प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते
हुए कहा कि देश में सर्वाधिक आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश, इस वैश्विक
महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं
मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश
सरकार ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट की रणनीति से आगे बढ़ रही है। आज प्रदेश में
3,981 नये एक्टिव केस आये हैं, जिनकी संख्या आज से एक माह पूर्व 38,000 से
अधिक थी, वहीं प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या घटकर मात्र 76,703 रह
गयी है। आज प्रदेश में रिकवरी दर बढ़कर 94.3 प्रतिशत हो गयी है। मुख्यमंत्री
ने कहा कि फर्स्ट वेव के तुलना में सेकण्ड वेव में संक्रमण दर अधिक होने
के कारण ऑक्सीजन की मांग में एकाएक वृद्धि हुई थी। प्रदेश में ऑक्सीजन की
तात्कालिक एवं दीर्घकालिक उपलब्धता हेतु सभी जनपदों में ऑक्सीजन प्लाण्टों
की स्थापना प्रक्रियाधीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेकण्ड वेव को
सफलतापूर्वक नियन्त्रित करने के साथ ही, हमनें पोस्ट कोविड वाॅर्ड बनाने की
कार्यवाही प्रारम्भ की है। आगे की तैयारियों के क्रम में हमनें सभी मेडिकल
काॅलेजों व जिला अस्पतालों में पीकू तथा नीकू के निर्माण की प्रक्रिया के
साथ ही, सम्बन्धित मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करने के कार्यक्रम संचालित
किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में केन्द्र सरकार के
द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा
है। साथ ही, प्रदेश के 23 जनपदों में राज्य सरकार द्वारा 18 से 44 आयु वर्ग
के लोगों को निःशुल्क टीकाकरण का लाभ प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा
कि 01 जून, 2021 से राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में 18 से 44
आयुवर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण किया जायेगा। सम्भावित थर्ड वेव को
ध्यान में रखते हुए 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के टीकाकरण
हेतु सभी जनपदों में अभिभावक स्पेशल टीकाकरण बूथ बनाने का निर्णय लिया गया
है। ताकि छोटे बच्चों को कोरोना संक्रमित होने से बचाया जा सके। प्रत्येक
जनपद में न्यायिक अधिकारियों तथा मीडिया कर्मियों के लिए टीकाकरण बूथ भी
बनाये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक नागरिक के जीवन
एवं आजीविका को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए प्रदेश में आंशिक
कोरोना कर्फ्यू के साथ ही, कुछ सामान्य गतिविधियां भी संचालित हैं। प्रदेश
के 15 करोड़ से अधिक लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के
माध्यम से निःशुल्क राशन वितरित किया जा रहा है। आगामी माह जून, जुलाई तथा
अगस्त में राज्य सरकार द्वारा अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारकों
सहित सभी जरूरतमंदों को निशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जाएगा। इसी क्रम में
प्रदेश सरकार द्वारा दिन प्रतिदिन की कमाई पर आश्रित गरीब एवं छोटे
कामगारों को 1,000 रुपए का भरण - पोषण भत्ता प्रदान किया जाएगा। कम्युनिटी
किचन के माध्यम से सभी जरूरतमंदों और कोविड मरीज के परिजनों को निशुल्क
भोजन प्रदान किया जा रहा है।