कोरोना की तीसरी लहर से पहले हैलट में होंगे 625 बेड, टेस्टिंग भी बढ़ेगी

 

दैनिक कानपुर उजाला

मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद अब पूरा फोकस हैलट अस्पताल की कोविड फैसिलिटी बढ़ाने पर हो रहा है. कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों और व्यस्क को मिलाकर यहां पर 625 बेड तैयार किए जाएंगे. इसके अलावा यहां पर कोरोना टेस्टिंग की क्षमता भी बढ़ायी जाएगी. मुख्यमंत्री के बैठक में नाराजगी जताने के बाद से ही कमिश्नर डॉ. राजशेखर हैलट की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. मरीजों को भर्ती, इलाज समेत अन्य व्यवस्थाओं को जांचने के लिए एसीएम स्तर के अधिकारियों की रोजाना ड्यूटी भी लगाई गई है. इसी क्रम में कमिश्नर डॉ. राज शेखर एक बार फिर हैलट अस्पताल पहुंचे. कमिश्नर के मुताबिक, अभी तक हैलट में कोविड रोगियों के लिए 425 बेड थे. लेकिन अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की जा रही है, ऐसे में बच्चों के लिए 100 बेड(50 बाल चिकित्सा आईसीयू और 50 ऑक्सीजन बेड) और 100 अतिरिक्त बेड(सर्जरी विंग में) अन्य वयस्क कोविड रोगियों के लिए तैयार किए जा रहे हैं.

>रोजाना छह हजार टेस्ट होंगे

कमिश्नर ने बताया कि वर्तमान में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में रोजाना 3500 कोरोना टेस्ट हो रहे हैं. इसकी क्षमता बढ़ाकर अब इसे छह हजार प्रतिदिन करने की तैयारी हो रही है. इसी तरह अभी तक ऑक्सीजन के मामले में जीएसवीएम को प्रतिदिन 16 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है और अन्य 300 जंबो D2 सिलेंडर का उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि अगले दो महीनों में जीएसवीएम में 925 एलपीएम क्षमता के 2 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे और साथ ही आने वाले महीनों में लिक्विड ऑक्सीजन की क्षमता 10 हजार लीटर से बढ़ाकर 30 हजार लीटर की जाएगी, जो जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में बढ़ी ऑक्सीजन की मांग को पूर्ति के लिए पर्याप्त होगी.

 

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