यूपी में जून भर रहेगा वैक्सीनेशन का जुनून
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई को तैयार उत्तर प्रदेश में अब पूरे जून वैक्सीनेशन का जुनून चलेगा। मंगलवार को दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान का मंगल आगाज होगा जब सरकार कोविड वैक्सीन की एक करोड़ डोज लगाने की तैयारी में है । आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि राज्य के 75 जिलों के गांव,गली,मोहल्लों से लेकर शहर तक चलने वाले इस अभियान के जरिये योगी सरकार कोरोना के खिलाफ यूपी को अभेद्य कवच से लैस करने की योजना पर काम कर रही है। इस महाअभियान की निगरानी अलग अलग जिलों में योगी सरकार के विधायक, मंत्री और अधिकारी करेंगे। उन्हाेने बताया कि प्रदेश में अब तक वैक्सीन की कुल 1 करोड़ 80 लाख 8 हजार 604 डोज दी जा चुकी है। योगी सरकार की योजना जुलाई के पहले सप्ताह तक इसे 3 करोड़ तक पहुंचाने की है। पिछली एक मई से शुरू हुए 18 से 44 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन अभियान को योगी सरकार मौजूदा दौर में सभी 18 मंडल मुख्यालयों समेत 23 जिलों में संचालित कर रही है। सूत्रों ने बताया कि वैक्सीनेशन महाभियान के तहत कम आबादी वाले जिलों के लिए रोजाना कम से कम एक हजार टीकाकरण का लक्ष्य तय किया गया है । बड़े जिलों में एक से दो अतिरिक्त कार्य स्थल पर कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (सीवीसी) बनाए जाएंगे। सरकारी कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाएगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद वैक्सीनेशन महाभियान पर नजर रख रहे हैं। सरकार ने मुफ्त टीकाकरण महाअभियान को लेकर शासनादेश जारी कर दिया है। एक जून से चलने वाले टीकाकरण अभियान के लिए हर जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए रोज चार कार्य स्थल पर सीवीसी का आयोजन किया जाएगा। अधिक आबादी वाले बड़े जिलों में एक से दो अतिरिक्त कार्य स्थल पर सीवीसी लगाए जाएंगे। आवश्यकतानुसार कार्य स्थल पर सीवीसी का स्थान परिवर्तित करते हुए राष्ट्रीयकृत बैंक कर्मी, परिवहन कर्मचारी, रेलवे और अन्य राजकीय कार्यालयों में भी टीकाकरण किया जाएगा। जिले स्तर पर न्यायालय के लिए, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग कार्यालय में अधिकारियों और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए और सरकारी कार्य स्थल के लिए दो सत्र स्थापित किए जाएंगे। हर जिले में रोजाना परिषदीय शिक्षकों के लिए और अभिभावक स्पेशल कोविड वैक्सीन सेंटर लगाए जाएंगे, जिसमें 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण होगा। हर जिले में रोजाना दो अभिभावक स्पेशल सीवीसी लगाए जाएंगे, जिसमें 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण होगा। इसके लिए उन्हें पंजीकरण और टीकाकरण के समय अपने बच्चे की उम्र 12 वर्ष से कम होने का प्रमाण (आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र या कोई अन्य) पत्र देना होगा। अधिक आबादी वाले बड़े जिलों में एक अतिरिक्त अभिभावक स्पेशल सीवीसी लगाया जाएगा।