पत्नी को मैसेज भेजकर अधिवक्ता ने पीया जहर, मौत

 - चार दिन पूर्व मंगलवार पत्नी ने भी गंगा बैराज पहुंचकर की थी आत्महत्या की कोशिश

- बुधवार को ससुराल से लौटने के बाद तनाव में थे अधिवक्ता, गुरुवार को उठाया कदम

दैनिक कानपुर उजाला
कानपुर। तुम्हारी बेइज्जती नहीं होने दूंगा, इसलिए मैं खुद को खत्म कर लूंगा। पांडुनगर निवासी 31 वर्षीय अधिवक्ता गौरव तिवारी ने पत्नी से झगड़ा होने पर उसे यही मैसेज भेजकर जहरीला कीटनाशक पदार्थ पी लिया। स्वजनों ने हैलट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार सुबह मौत हो गई। इकलौते बेटे की मौत से स्वजन बेहाल हो गए। उन्होंने पुत्रवधू व उसके मायके वालों पर बेटे के उत्पीड़न का आरोप लगाया। इधर, जांच में पता लगा कि चार दिन पूर्व गौरव की पत्नी ने भी गंगाबैराज पर आत्महत्या का प्रयास किया था। गौरव के अधिवक्ता पिता व बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष अरुण तिवारी ने बताया कि चार वर्ष पूर्व बेटे ने फजलगंज दर्शनपुरवा निवासी गरिमा उर्फ हिमांशी से शादी की थी। दोनों की तीन वर्ष की बेटी लक्ष्मी है। स्वजनों ने बताया कि दो वर्ष पूर्व विवाद होने पर गरिमा बच्ची को लेकर मायके में रहने लगी थी। उसने घरेलू हिंसा व दहेज उत्पीड़न का मुकदमा भी लिखाया था। कई बार समझौते की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बनी। सोमवार को गरिमा वापस आई और गौरव से बात करके लौट गई। मंगलवार को वह बच्ची संग आई। उसी शाम दोनों में झगड़ा व मारपीट हुई। इसके बाद गरिमा गंगा बैराज पहुंच गई। वहां से पुलिस ने उसके मायकेपक्ष को सूचना दी कि गरिमा आत्महत्या करने पहुंची थी। मायकेवालों का फोन आने पर अरुण तिवारी भी गंगा बैराज चौकी पहुंचे और गरिमा को समझाकर मायकेवालों के साथ भेजा गया। अरुण तिवारी ने बताया कि बुधवार को गौरव, गरिमा से मिलने गया था। देर रात लौटा तो काफी तनाव में था। नशे में भी प्रतीत हो रहा था। सीधे अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया। गुरुवार सुबह फोन पर उसने गरिमा से बात करने की कोशिश की। फोन न उठने पर मैसेज भेजकर उसने कीटनाशक पी लिया। बाहर खाली शीशी पड़ी देख पिता अरुण को जानकारी हुई तो वह गौरव के कमरे में पहुंचे और उसे अचेत देख हैलट अस्पताल लाए। शुक्रवार सुबह गौरव की मौत हो गई। थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि मृतक के फोन की जांच की जा रही है। तहरीर आने पर कार्रवाई होगी।

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