सभी लोग वैक्सीनरूपी सुरक्षा कवच को धारित करें

 इटावा में सभी ने मिलकर कोरोना नियंत्रण कार्य को सम्पादित किया है, यह एक सराहनीय प्रयास : मुख्यमंत्री

कोरोना मरीजों के भोजन की व्यवस्था के सम्बन्ध में इटावा के जनप्रतिनिधियों ने उत्कृष्ट कार्य किया : योगी आदित्यनाथ

भ्रमण कार्यक्रम -

> मुख्यमंत्री ने जनपद इटावा का भ्रमण किया।
> मुख्यमंत्री ने जनपद के कोविड प्रबन्धन कार्याें की समीक्षा की।
> मुख्यमंत्री ने ग्राम गींजा में कोविड सुरक्षा और बचाव के सम्बन्ध में प्रशासन के प्रबन्धों का निरीक्षण किया।
> मुख्यमंत्री ने गींजा गांव के भ्रमण के अवसर पर ग्रामवासियों से मास्क का निरन्तर एवं सही तरीके से उपयागे करने की अपील की।
> मुख्यमंत्री ने सैफई के गींजा गांव निगरानी समिति के सदस्यों से संवाद स्थापित करते हुए स्क्रीनिंग, टेस्टिंग तथा मेडिकल किट वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
> मुख्यमंत्री ने उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों से वार्ता कर उनका हाल - चाल लिया।
> मुख्यमंत्री ने सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान प्रांगण में स्थापित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र का निरीक्षण किया तथा इसके संचालन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।

जनपदीय समीक्षा बैठक में निर्देश -

> इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों तथा उनके परिजनों से नियमित संवाद स्थापित करते हुए फीडबैक प्राप्त किया जाए : मुख्यमंत्री

> होम आइसोलेशन में रह रहे यदि किसी रोगी को घर पर ऑक्सीजन की जरूरत है तो उसे तत्काल मुहैया करायी जाए : मुख्यमंत्री

> लक्षित आयु वर्गाें के लिए कोविड टीकाकरण कार्य सुचारु ढंग से संचालित किया जाए  : मुख्यमंत्री

> लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों को तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए : मुख्यमंत्री

> जनपद इटावा में अब तक 1 लाख 20 हजार वैक्सीन का उपयोग किया जा चुका है।
घोषणा -

- संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिक वर्ग को 2 लाख रुपए की सामाजिक सुरक्षा गारण्टी तथा 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।

- जून, जुलाई, अगस्त में अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारकों तथा सभी जरूरतमंदों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जाएगा।

- 2 करोड़ लोगों को राज्य सरकार 1000 रुपए का भरण - पोषण भत्ता प्रदान करने जा रही है।

निगरानी समिति द्वारा मेडिकल किट पाने वाले व्यक्तियों की सूची अपने सेक्टर अधिकारी को दी जाए...
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सेक्टर अधिकारी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह आर.आर.टी. के माध्यम से 24 घण्टे के अन्दर चिन्हित व्यक्तियों का एण्टीजन टेस्ट कराएं। आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा ए.एन.एम. टीम भावना से कार्य करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 22 मई, 2021 को जनपद इटावा में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ कोविड प्रबन्धन कार्याें की समीक्षा करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 22 मई, 2021 को उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा का निरीक्षण करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 22 मई, 2021 को उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा में मरीजों से कुशलक्षेम पूछते हुए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 22 मई, 2021 को उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा में मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 22 मई, 2021 को उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा के ऑक्सीजन प्लाण्ट का निरीक्षण करते हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 22 मई, 2021 को जनपद इटावा के सैफई विकास खण्ड के गींजा गांव में लोगों से संवाद करते हुए।

दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शनिवार 22 मई को जनपद इटावा का भ्रमण कर जिले के कोविड प्रबन्धन कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने विकास खण्ड सैफई के ग्राम गींजा पहुंचकर कोविड से सुरक्षा और बचाव के सम्बन्ध में प्रशासन द्वारा किये गये प्रबन्धों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने उ. प्र. आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आहूत एक बैठक में जनपद इटावा के कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों तथा उनके परिजनों से नियमित संवाद स्थापित करते हुए फीडबैक प्राप्त किया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे यदि किसी रोगी को घर पर ऑक्सीजन की जरूरत है तो उसे तत्काल मुहैया करायी जाए। जनपद में प्रत्येक नागरिक को कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करने के लिए अभियान चलाकर जागरुक किया जाए। दो गज की दूरी मास्क है जरूरी का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। वैक्सीन सुरक्षा कवच है, इसलिए प्रशासन द्वारा लक्षित आयु वर्गाें के लिए कोविड टीकाकरण कार्य सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों से वार्ता कर उनका हालचाल लिया। उन्होंने संस्थान के चिकित्सकों को निर्देशित किया कि प्रत्येक रोगी का बेहतर उपचार सुनिश्चित किया जाए। तदोपरान्त उन्होंने संस्थान प्रांगण में स्थापित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र का निरीक्षण किया तथा इसके संचालन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड सैफई के गींजा गांव के भ्रमण के अवसर पर ग्रामवासियों से मास्क का निरन्तर एवं सही तरीके से उपयागे करने की अपील की। उन्होंने ग्राम निगरानी समिति के सदस्यों से संवाद स्थापित करते हुए स्क्रीनिंग, टेस्टिंग तथा मेडिकल किट वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्थानीय लोगों से मेडिकल किट की उपलब्धता के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विशेष जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। इस कार्य में निगरानी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने निर्देशित किया कि लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों को तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। निगरानी समिति द्वारा ऐसे व्यक्तियों की सूची अपने सेक्टर अधिकारी को दी जाए। सेक्टर अधिकारी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह आर.आर.टी. के माध्यम से 24 घण्टे के अन्दर चिन्हित व्यक्तियों का एण्टीजन टेस्ट कराएं। यदि फिर भी संदिग्ध लगते हैं तो आर.टी. पी.सी.आर. टेस्ट कराया जाए। जिनके पास आइसोलेशन के लिए घर पर पर्याप्त जगह नहीं है, ऐसे लोगों के लिए निगरानी समिति परिषदीय विद्यालय में क्वारण्टीन की व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा ए.एन.एम. टीम भावना से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में ‘मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव’ की प्रतिस्पर्धा से कार्य किया जाये। इसी प्रकार, शहरी इलाकों में ‘मेरा वाॅर्ड, कोरोना मुक्त वाॅर्ड’ अभियान चलाया जाए। स्वच्छता तथा सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए निगरानी समितियों, आर.आर.टी., स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रियता से गत 20 दिनों में प्रदेश में 02 लाख से अधिक लोग ठीक होकर अपने कार्याें को कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में आज कुल एक्टिव केस की संख्या मात्र 94 हजार रह गयी है, जबकि विगत 30 अप्रैल को एक्टिव केस की संख्या 3 लाख 10 हजार 783 थी। इस प्रकार प्रदेश में विगत 21 दिनों में 2 लाख 16 हजार से अधिक एक्टिव केस कम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश की रिकवरी रेट 93 प्रतिशत से अधिक है, जो सभी के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है। जनपद इटावा के जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन, डाॅक्टर, हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वाॅरियर्स एवं स्वयं सेवी संगठनों आदि ने मिलकर कोरोना नियंत्रण कार्य को सम्पादित किया है, यह एक सराहनीय प्रयास है। देश में सर्वाधिक कोविड टेस्ट उत्तर प्रदेश में हुए हैं। प्रदेश में अब तक लगभग 04 करोड़ 65 लाख टेस्ट किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में टीकाकरण हमारा रक्षा कवच है। प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 62 लाख से अधिक डोज एडमिनिस्टर की जा चुकी हैं। प्रदेश में व्यापक स्तर पर निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद इटावा में अब तक 1 लाख 20 हजार वैक्सीन का उपयोग किया जा चुका है। न्यायिक क्षेत्र के कार्मिकों के लिए जनपद लखनऊ एवं प्रयागराज में तथा मीडिया कर्मियों के लिए जनपद लखनऊ एवं गौतम बुद्ध नगर में टीकाकरण केन्द्र संचालित कर उन्हें टीकाकरण की सुविधा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने वर्तमान परिस्थिति में कोरोना के खिलाफ जो अभियान प्रारम्भ किया है, उसमें हम सफलतापर्वूक आगे बढ़ रहे हैं। दीर्घकालिक उपायों के क्रम में प्रत्येक मेडिकल काॅलेज में 100 बेड के पीडियाट्रिक आई.सी.यू. (पीकू) तथा जिला चिकित्सालयों में 25 बेड के पीकू निर्मित कराये जा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में 300 से अधिक ऑक्सीजन प्लाण्ट प्रक्रियाधीन हैं, जिससे आने वाले समय में प्रत्येक जनपद को मेडिकल ऑक्सीजन के सम्बन्ध में आत्मनिर्भर होगा। इस सम्बन्ध में प्रदेश को भारत सरकार का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में जीवन एवं आजीविका दोनों को सुरक्षित रखना है। इसलिए प्रदेश सरकार ने राज्य में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लगाते हुए औद्योगिक गतिविधियां, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं यथावत चालू रखी हैं। गरीबों, जरूरतमंदों, संक्रमित व्यक्तियों तथा मरीज के तीरमारदारों की निःशुल्क भोजन व्यवस्था हेतु कम्युनिटी किचन प्रत्येक जनपद में संचालित किये जा रहे हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों का निःशुल्क उपचार एवं उनके भोजन की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जा रही है। इस सम्बन्ध में जनपद इटावा के जनप्रतिनिधियों ने उत्कृष्ट कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से प्रदेश के लगभग 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है। इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा माह जून, जुलाई, अगस्त में अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारकों तथा सभी जरूरतमंदों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जाएगा। इसके अलावा, हर जरूरतमंद, जो दिन - प्रतिदिन की आजीविका पर निर्भर हैं, ऐसे लगभग 2 करोड़ लोगों को 1000 रुपए का भरण - पोषण भत्ता राज्य सरकार प्रदान करने जा रही है। संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिक वर्ग को 2 लाख रुपए की सामाजिक सुरक्षा गारण्टी तथा 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर भी प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मीडिया वार्ता में कहा कि प्रत्येक नागरिक कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करे तथा कोरोना नियंत्रण एवं बचाव के उपायों के प्रति जन जागरुकता विकसित करते हुए सभी लोग वैक्सीनरूपी सुरक्षा कवच को धारित करें। इस अवसर पर जनपद के प्रभारी मंत्री / कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।











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