प्रदेश सरकार ने अयोध्या के विकास हेतु 14 हजार करोड़ की योजनाओं का खाका तैयार किया

 दैनिक कानपुर उजाला
अयोध्या।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में अयोध्या के विकास को लेकर बनाए गए विजन डॉक्युमेंट पर शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के उप मुख्यमंत्रियों, कैबिनेट मंत्रियों व अफसरों के साथ समीक्षा बैठक हुई। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से, जबकि अन्य मंत्री और अधिकारी मुख्यमंत्री योगी के आवास से बैठक में जुड़े। मालूम हो कि इस बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को शामिल नहीं किया गया है। बैठक में बजट के अनुसार योजनाओं को जमीन पर उतारने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार रखने की रणनीति पर चर्चा की गई। इसके लिए केवल प्रदेश सरकार ने ही अकेले 14 हजार करोड़ की योजनाओं को तैयार किया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल हैं। कई योजनाएं दोनों सरकारों के संयुक्त भागीदारी से जुड़ी हैं। बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी शामिल हुए। प्रमुख सचिव आवास विकास ने नगर के विकास को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का स्वागत करते हुए अयोध्या के संत आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की अच्छी पहल है। जब तक वो और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नहीं जुड़ेंगे तब तक विकास कार्य जमीन पर नहीं दिखाई देंगे। दरअसल, रामलला के भव्य मंदिर के साथ 20 हजार करोड़ रुपये से अयोध्या को भी भव्यता देने का खाका तैयार हो गया है। अयोध्या की आध्यात्मिक आभा को चमकाने के साथ - साथ न सिर्फ रामनगरी को आधुनिक पर्यटन सिटी के रूप में विकसित किए जाने की तैयारी है, बल्कि रोजगार व नौकरियों से भी रामनगरी लैस होगी। अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं लाई जा रही हैं। यहां प्रवेश करते ही श्री राम जन्मभूमि आने का एहसास हो इसके लिए भी कई बड़ी योजनाओं को क्रियान्यिवत करने की तैयारी है। इसी के तहत अयोध्या को वैदिक सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसमें तीर्थ नगरी अयोध्या, हेरिटेज सिटी, सौर सिटी, समरस अयोध्या, स्मार्ट अयोध्या के भिन्न - भिन्न रूप दिखाई देंगे।

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