पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की कुल भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 61 प्रतिशत पूर्ण


अपने - अपने पैकेज के अन्तर्गत आने वाले सभी ग्रामीण विद्यालयों में एक - एक स्मार्ट क्लास बनाएं एक्सप्रसे-वे के निर्माण में लगी कंपनियां : मुख्यमंत्री

> मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।

> पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे जुलाई - अगस्त, 2021 तक पूरा किया जाए : मुख्यमंत्री

> बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के कार्यों को अक्टूबर - नवम्बर 2021 तक पूरा किया जाए : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 04 जून, 2021 को अपने सरकारी आवास पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए।
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शुक्रवार 4 जून को  अपने सरकारी आवास पर पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गारेखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे जुलाई - अगस्त, 2021 तक पूरा किया जाए, ताकि इसे लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र उपलब्ध कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के कार्यों को अक्टूबर - नवम्बर 2021 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी लाते हुए इसे निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण कर सितम्बर - अक्टूबर, 2021 तक इसका शिलान्यास करवाकर निर्माण कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के त्वरित एवं चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध है। विकास से पूरे
प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित होंगे और समाज में खुशहाली आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चारों एक्सप्रेस-वे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों के साथ - साथ नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित किए जाने की सम्भावना बढ़ जाएगी। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के कार्यों के साथ - साथ दोनों तरफ जनसुविधाओं के विकास, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेण्ट इत्यादि को भी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि इन एक्सप्रेस-वे के संचालन के उपरान्त लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने सभी एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य के साथ - साथ साइनेज की स्थापना और मार्ग प्रकाश की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। साथ ही, एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग और एम्बुलेंस इत्यादि की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों से एक्सप्रेस-वे गुजर रहे हैं, वहां की स्थानीय लोक कलाओं को पेंटिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एक्सप्रसे-वे के निर्माण कार्याें में लगी कंपनियों को अपने - अपने पैकेज के अन्तर्गत आने वाले सभी गांवों के विद्यालयों में एक - एक स्मार्ट क्लास बनाने के लिए कहा जाए। उन्होंने सभी एक्सप्रेस-वे के इर्द - गिर्द सघन वृक्षारोपण के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में स्थानीय ग्राम वासियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर इन चारों एक्सप्रेस-वे की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण करते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी / अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से प्रारम्भ होकर बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरेगा। इसकी लम्बाई 340.824 कि.मी. है। एक्सप्रेस-वे 06 लेन चौड़ा (08 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 08 लेन चैड़ाई की निर्माणाधीन हैं। इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, 07 आर.ओ.बी., 07 दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अण्डरपास तथा 503 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। परियोजना की कुल अनुमानित लागत 22494.66 करोड़ रुपये तथा सिविल निर्माण की अनुबंधित लागत 11216.10 करोड़ रुपये है। निर्माण हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल 08 पैकेजों में विभक्त किया गया है। दिनांक 03 जून, 2021 तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 100 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 99.75 प्रतिशत, सबग्रेड का कार्य 99.05 प्रतिशत, जी.एस.बी. का कार्य 98.70 प्रतिशत, डब्लू.एम.एम. का कार्य 97.30 प्रतिशत, डी.बी.एम. का कार्य 95.60 प्रतिशत, बी.सी. का कार्य 72 प्रतिशत एवं संरचनाओं का कार्य 99.20 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना से जनपद चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया एवं इटावा लाभान्वित होंगे। एक्सप्रेस-वे पर 04 रेलवे ओवरब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाईओवर तथा 214 अण्डरपास का निर्माण कराया जाएगा। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 14849.09 करोड़ रुपए एवं सिविल निर्माण की अनुबन्धित लागत 7766.81 करोड़ रुपए है। निर्माण हेतु बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को कुल 06 पैकेजों में विभक्त किया गया है। दिनांक 03 जून, 2021 तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 99.30 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य
90.60 प्रतिशत एवं 818 संरचनाओं के सापेक्ष 588 संरचनाएं पूर्ण कर ली गई हैं। परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 61 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे से जनपद गोरखपुर, अम्बेडकर नगर, संत कबीर नगर तथा आजमगढ़ जनपद लाभान्वित होंगे। एक्सप्रेस-वे 4-लेन चौड़ा (6-लेन तक विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 6-लेन चौड़ाई की बनायी जाएंगी। एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 02 टोल प्लाजा, 03 रैम्प प्लाजा, 07 फ्लाई ओवर, 16 व्हेकुलर अण्डरपास, 50 लाइट व्हेकुलर अण्डरपास, 35 पेडेस्ट्रियन अण्डरपास, 07 दीर्घ सेतु, 27 लघु सेतु तथा 389 पुलियों का निर्माण भी किया जाएगा। इस परियोजना की कुल अनुमोदित लागत 5876.68 करोड़ रुपए तथा सिविल निर्माण की अनुबन्धित लागत 3024.10 करोड़ रुपए है। दिनांक 03 जून, 2021 तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग 98 प्रतिशत एवं मिट्टी का कार्य 48.10 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि जनपद मेरठ से प्रारम्भ होकर जनपद प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 कि.मी. लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, अवस्थापना एवं औद्यागिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव वित्त एस. राधा चैहान, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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