योग के भौतिक स्वरूप का ही अनुकरण नहीं करना है बल्कि इसके आध्यात्मिक स्वरूप को भी अपनाना होगा : मौर्य

 

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास 7 - कालिदास मार्ग पर योगाभ्यास करते हुए।


दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ।
 उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने लखनऊ आवास पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रातः शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग, प्राणायाम व शारीरिक व्यायाम किया। उप मुख्यमंत्री ने देश व प्रदेश वासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग भारतीय सनातन संस्कृति एवं प्राचीन सभ्यता से जुड़ा हुआ है। इसकी जड़ें पौराणिक युग से निकली हैं। भारतीय सनातन संस्कृति एवं अध्यात्म में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अनेक मायने हैं। हम सभी को योग के भौतिक स्वरूप का ही अनुकरण नहीं करना है बल्कि इसके आध्यात्मिक स्वरूप को भी अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज हमारे इस दर्शन को पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रहा है। ऐसे में योग दर्शन के आध्यात्मिक स्वरूप से भारतीय संस्कृति के सनातन परंपरा का विस्तार विश्व के कोने कोने तक होगा और जिस विश्व गुरु का सपना हर भारतवासी ने देखा, उसमें यह योग मील का पत्थर साबित होगा। योग की महत्ता और उसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि करोना संकटकाल में योग की महत्ता पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। योग से आत्मविश्वास व मनोबल बढ़ता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी लोग मदद करता है। हम सबको हमेशा योग के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। योग से संयम व शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में योग दिवस के प्रति उत्साह बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए सभी लोग योग करके अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि अपने और अपने लोगों तथा देश के लिए एकजुट होकर योग की दिशा में आगे बढ़ें। अपनी दिनचर्या को भी सही करें। उन्होंने कहा कि योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। यह मन, मस्तिष्क सबको दुरुस्त रखता है। हर परिस्थिति में अडिग रहने की शक्ति देता है। योग से शारीरिक बीमारियां तो दूर होती ही हैं, मानसिक तनाव भी कम होता है। योग शरीर के साथ मानसिक उत्थान का सबसे बड़ा मार्ग निर्धारक है।

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