बीड़ी, सिगरेट या सिगार के सेवन से कैंसर होने का पूरा खतरा

 

तंबाकू निषेध दिवस पर जागरुकता रिक्शा को रवाना करते सी.एम.ओ. डॉ. नेपाल सिंह।   
दैनिक कानपुर उजाला
कानपुर।
 बदलती लाइफ स्टाइल में युवा वर्ग के लिए सिगरेट के छल्ले उड़ाने का शौक उनका स्टेटस सिंबल बनता जा रहा है। सिगरेट से जहां हमारे शरीर और फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है, वहीं मसूड़ों और दातों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। बीड़ी, सिगरेट या सिगार पीना मसूड़ों, मुंह, गले एवं दातों के लिए बहुत ही खतरनाक है। इससे कैंसर होने का पूरा खतरा रहता है। लेकिन यदि सिगरेट के साथ शराब भी पी जाती है तो मुंह का कैंसर होने की संभावना कई गुणा तक बढ़ जाती है। कोरोना काल में यह खतरा और बढ़ गया है। यह कहना है मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नेपाल सिंह का। उन्होंने यह बातें विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के शुभारम्भ पर की। तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महेश कुमार का कहना है कि तंबाकू का सेवन करने वालों को करीब 40 तरह के कैंसर और 25 अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की संभावना रहती है। इसमें मुंह व गले का कैंसर प्रमुख हैं। इसके अलावा इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर पड़ जाती है। तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के जनपदीय सलाहकार डॉ. निधि का कहना है कि बीड़ी - सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पादों के सेवन से देश में हर साल करीब 12 लाख लोग यानि करीब तीन हजार लोग हर रोज दम तोड़ देते हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन आंकड़ों को कम करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। लोगों को तंबाकू छोड़ने की सलाह देने के लिए जिला अस्पताल में तंबाकू नियत्रंण कक्ष में निशुल्क सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया की एन.सी.सी. और एन.एस.एस. कैडेट्स ने कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखते हुए ने के दुष्प्रभाव संबंधी जागरुकता रैली निकाली। वेबिनार आयोजित हुआ और बैटरी रिक्शा में बैनर लगाकर जागरुकता संदेशों का प्रचार प्रसार किया गया। इस दौरान कैडेट्स ने विभिन्न स्लोगंस भी लिखे। विद्यार्थियों ने तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर पोस्टर्स मेकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। स्कूल के हर कक्षा के विद्यार्थियों ने पोस्टर्स मेकिंग में हिस्सा लेते हुए नशे से दूर रहने के लिए संदेश लिखे। साथ ही समस्त विभागों द्वारा तम्बाकू मुक्त रखने की शपथ दिलाई गयी और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।

यह भी जानें -

हर साल 31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी। इस वर्ष की इस दिवस की थीम "विजेता बनने के लिए तम्बाकू छोड़ें" है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार विश्व में हर साल तम्बाकू सेवन से हर साल 80 लाख लोग दम तोड़ देते हैं।


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