मुखर्जी का बलिदान दिवस भाजपा ने मनाया

दैनिक कानपुर उजाला

फर्रुखाबाद। भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में बलिदान दिवस पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद कर विभिन्य कार्यक्रमों के साथ ही पौधारोपण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया| डॉ. मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी| नगर पश्चिम के विभिन्न बूथों पर डॉ० मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई।  बूथ 213 बड़ा बंगसपुरा में नगर अध्यक्ष विकास पाण्डेय ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तुलसी का पौधा लगाया| नगर अध्यक्ष नें कहा कि डॉ. मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त हो उसके लिए आंदोलन चलाया था। एक निशान, एक विधान, एक प्रधान का नारा दिया था। उन्होंने अपना जीवन देश की एकता—अखंडता और जम्मू-कश्मीर को बचाने के लिए समर्पित कर दिया। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, शिक्षाविद, चिंतक और जनसंघ के संस्थापक थे। वे मानवता के उपासक एवं सिद्धांतवादी थे। डॉ. मुखर्जी देश के प्रथम उद्योग मंत्री थे। राष्ट्रीय हितों की प्रतिबद्धता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानने के कारण उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। बहुत कम उम्र में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए थे। महिला मोर्चा अध्यक्ष बबिता पाठक,असलम कुरैशी,रामकिसोर सैनी, नगर मंत्री वीरबहादुर पाल, प्रदीप सक्सेना आदि रहे| नगर पूर्वी मंडल के अध्यक्ष राजकुमार वर्मा के नेतृत्व में बूथ संख्या 302 पर सांसद मुकेश राजपुत, दुग्ध संघ अध्यक्ष सत्यपाल सिंह, जिला महामंत्री हिमांशु गुप्ता, कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता व विजय मिश्रा आदि नें पौधारोपण किया| इस दौरान कहा गया कि अगर भारतीय जनता पार्टी को समझना है तो केवल डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन दर्शन को समझकर समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संकट काल में देश की चिंता परिवार भाव से प्रधानमंत्री मोदी कर रहे है और विपक्ष जिस प्रकार से आज भ्रम फैलाने का काम कर रहा है, उस भ्रम से सभी को बचना है और देश को बचाना है। राजनीतिक पद को पाने को विपक्ष विरोधियों से भी हाथ मिलाने को तैयार है। आज जितने बड़े परिवर्तन हुए वह एक दिनों का काम नहीं है, इसके लिए लम्बा संघर्ष करना पड़ा है।


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