जिलाधिकारी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सौंपी जनपद के 452 सामुदायिक शौचालय की जिम्मेदारी

> कार्यक्रम में बिजली बिल कलेक्शन में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

> जिलाधिकारी ने दूसरे जनपदो में संचालित उत्कृष्ट कार्यों को इटावा में भी समूह की महिलाओं से कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

                     स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रतीकात्मक चाबी सौंपती जिलाधिकारी श्रुति सिंह।

दैनिक कानपुर उजाला

इटावा (सुघर सिंह)। उ. प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं पंचायती राज विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में 452 सामुदायिक शौचालय की चाबी जिलाधिकारी श्रुति सिंह के कर कमलों द्वारा स्वयं सहायता समूहों को सुपुर्द की गई। जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पुष्प गुच्छ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया गया। जिलाधिकारी ने उपस्थित समूह की महिलाओं से कहा कि सामुदायिक शौचालय संचालन महिलाओं के लिए चुनौती भरा कार्य है। उन्होंने आशा जताई कि इस कार्य को भी महिलाएं सफलता पूर्वक कर लेंगी। उन्होंने कहा कि समूह की महिलायें शासकीय योजनाओं के अतिरिक्त बेमौसम सब्जी, नर्सरी, जमुनापारी बकरी पालन, बिजली बिल कलेक्शन सहित कई अभिनव कार्य कर रही हैं। उन्होंने दूसरे जनपदो में संचालित उत्कृष्ट कार्यों को इटावा में भी समूह की महिलाओं से कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके लिए उन जनपदों में एक्सपोजर विजिट कराने को भी कहा, जिससे कि महिलाएं मौके पर जाकर सही जानकारी प्राप्त कर सकें। प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी दीनदयाल वर्मा ने कहा कि महिलाएं जब आर्थिक रूप से सक्षम होती हैं, तो परिवार और समाज में अधिक सम्मान पाती हैं। उपायुक्त स्वतः रोजगार बृजमोहन अंबेड ने बताया कि शौचालय के रख - रखाव, देखरेख एवं उनके मरम्मत आदि कार्य स्वयं सहायता समूह की महिला द्वारा किया जाना है। इसके लिए उन्हें 6000 रुपये पारिश्रमिक के रूप में तथा 3000 रुपये मरम्मत साफ - सफाई एवं अन्य कार्य हेतु उनको दिया जाएगा। शासन द्वारा विकास खंडों में कुल 452 सामुदायिक शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिसको स्वयं सहायता समूह को हस्तांतरित भी कर दिया गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी यतेंद्र कुमार ने कहा कि विकास खंडों में सभी सामुदायिक शौचालय की चाबी समूह को सुपुर्दगी तथा धनराशि हस्तांतरित कर दी गई है, जिससे वह प्रतिदिन साफ सफाई एवं उसके रखरखाव आदि का कार्य सुचारू रूप से प्रारम्भ करें। सामुदायिक शौचालय के रखरखाव एवं साफ सफाई प्रतिदिन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाना है। जिला मिशन प्रबंधक सूर्य नारायण पांडे ने बताया  कि विभिन्न ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय समूहों को आवंटित किए गए हैं जिससे उनके आजीविका के साथ - साथ सरकार की स्वच्छ भारत अभियान में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिला मिशन प्रबंधक डॉ. नंदकिशोर शाह ने कहा कि सामुदायिक शौचालय स्वच्छ भारत की संकल्पना का साकार रूप है। इस मौके पर जिला मिशन प्रबंधक दीपेंद्र सिंह तोमर, विप्लव भूषण, ए.डी.ओ. आई.एस.बी., ए.डी.ओ. पंचायत, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने प्रतिभाग किया। मंच का संचालन जिला मिशन प्रबंधक संतोष कुशवाहा ने किया।

Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा