हर घर जल योजना के तहत अगले दो महीने में 50 लाख कनेक्शन दिये जाएं : मुख्यमंत्री

> हर घर जल योजना के तहत किये गये कार्याें की प्रगति रिपोर्ट समय से अपलोड की जाए : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 30 जून, 2021 को अपने सरकारी आवास पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत "हर घर नल" अभियान की समीक्षा करते हुए।

दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ।
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर जल जीवन मिशन के तहत संचालित की जा रही "हर घर जल" योजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को इस योजना को लागू करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का केन्द्र व राज्य सरकार का लक्ष्य हासिल होगा। जन स्वास्थ्य को हासिल करने में स्वच्छ पेयजल की महती भूमिका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न जनपदों में "हर घर जल" योजना के तहत संचालित किये जा रहे सभी कार्याें को समय से पूरा कर जनता को लाभान्वित किया जाए। साथ ही, योजना के तहत किये गये कार्याें की प्रगति रिपोर्ट समय से अपलोड की जाए और प्रोजेक्ट का थर्ड पार्टी ऑडिट भी कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत घरों तक जल पहुंचाने के लिए बिछायी जाने वाली पाइपलाइन का कार्य शीघ्रता से पूरा किया जाए और लोगों को कनेक्शन देने की कार्यवाही की जाए। पाइप की क्वालिटी पर कोई समझौता न किया जाए। उन्होंने अगले दो महीने में 50 लाख कनेक्शन देने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्धता के साथ हासिल किया जाए। उन्होंने मुख्य सचिव स्तर पर इस योजना की साप्ताहिक समीक्षा किये जाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण करते हुए प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जल आपूर्ति अनुराग श्रीवास्तव ने उन्हें 12 मार्च, 2021 के बाद निर्माण कार्य सम्बन्धी लक्ष्यों के विषय में अवगत कराया। इन लक्ष्यों में 38 हजार नये ग्रामों की डी.पी.आर. बनाना, बुन्देलखण्ड एवं विन्ध्य क्षेत्रों के कार्याें की प्रगति, जल निगम द्वारा रेट्रो फिटिंग, निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं को पूर्ण कराना इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने "हर घर जल" योजना के तहत प्रदेश की कार्ययोजना के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री को नवीन कार्य प्रारम्भ करने के विभिन्न चरणों के विषय में भी जानकारी दी गयी। इनमें डिस्ट्रिक्ट वाॅटर एण्ड सैनिटेशन मिशन (डी.डब्ल्यू.एस.एम.) द्वारा ग्रामों की सूची, इम्पैनल्ड वेण्डर्स को उपलब्ध कराना, भूमि की व्यवस्था, वेण्डर सर्वे इत्यादि शामिल थे। उन्हें विभिन्न एजेन्सियों को आवंटित किये गये कार्याें की प्रगति के विषय में भी अवगत कराया गया। प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री को बुन्देलखण्ड, विन्ध्य क्षेत्र पैकेजों के तहत आने वाले जनपदों की प्रगति के विषय में भी अवगत कराया गया। उन्हें उ. प्र. जल निगम द्वारा संचालित रेट्रो फिटिंग, चालू योजनाओं तथा कनेक्शन की स्थिति के विषय में भी जानकारी उपलब्ध करायी गयी। मुख्यमंत्री को इम्प्लीमेन्टेशन सपोर्ट एजेन्सी (आई.एस.ए.) के विषय में अवगत कराया गया कि राज्य स्तर पर 165 आई.एस.ए. को सूचीबद्ध कर जनपद आवंटन की कार्यवाही की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा "कैच द रेन" थीम के अन्तर्गत 22 मार्च, 2021 से जल शक्ति अभियान प्रारम्भ किया गया। इस योजना के तहत कराए जा रहे विभिन्न कार्याें, जिनमें वाॅटर बाॅडीज का पुनरुद्धार / पुनर्निर्माण, तालाबों की डी - सिल्टिंग, छोटी नदियों का पुनरुद्धार इत्यादि शामिल हैं, की प्रगति के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री को ग्रीष्मकालीन पेयजल सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण हेतु जनपद एवं विकास खण्डों में स्थापित किये गये कण्ट्रोल रूमों के विषय में भी अवगत कराया गया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त एस. राधा चैहान, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, विशेष सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जल आपूर्ति अखण्ड प्रताप सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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