स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से वरदान सिद्ध होगा एम्स : योगी आदित्यनाथ

> मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर के सहजनवां में कुल 20366.20 लाख रुपये लागत की 79 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

> मुख्यमंत्री ने 778.01 लाख रुपये लागत की 06 परियोजनाओं का लोकार्पण
तथा 19588.19 लाख रुपये लागत की 73 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
> परियोजनाओं में 72 करोड़ रुपये की लागत के अटल आवासीय विद्यालय परियोजना का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 05 जुलाई, 2021 को गोरखपुर के सहजनवां में विधानसभा क्षेत्र सहजनवां, खजनी, बांसगांव एवं चिल्लूपार की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण / शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए।

दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ।
 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सोमवार 5 जुलाई को जनपद गोरखपुर के मुरारी इंटर कॉलेज, सहजनवां में कुल 20366.20 लाख रुपये की लागत की 79 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 778.01 लाख रुपये लागत की 06 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 19588.19 लाख रुपये लागत की 73 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है। यह परियोजनायें विधानसभा क्षेत्र सहजनवां, खजनी, बासगांव एवं चिल्लूपार से सम्बन्धित हैं। लोकार्पित परियोजनाओं में 573.84 लाख रुपये की लागत से सम्भागीय परिवहन कार्यालय का निर्माण कार्य भी शामिल है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव हर जनपद, हर विधानसभा क्षेत्र, हर विकास खंड में पहुंचाने का कार्य कर रही है। आज यहां एक साथ 204 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया है। राज्य सरकार द्वारा कराया जा रहा विकास कार्य प्रदेश के नौजवानों के लिए रोजगार का माध्यम है। साथ ही, प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन को और सहज व सरल बनाने का मार्ग भी है। उन्होंने कहा कि आज सहजनवां में लगभग 72 करोड़ रुपये की लागत के अटल आवासीय विद्यालय परियोजना का शिलान्यास किया गया है। यह जनपद गोरखपुर के लिए एक उपहार है। इस विद्यालय से राष्ट्र का निर्माण करने वाले हमारे श्रमिक बंधुओं के बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में विकास कार्यों तथा औद्योगिक गतिविधियों को निरन्तर जारी रखकर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की जीवन रक्षा के साथ ही जीविका को भी बचाया गया। कोरोना काल खण्ड में जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है और निराश्रित हैं, राज्य सरकार ने उनके भरण - पोषण एवं आधुनिक शिक्षा देने के लिए योजना लागू की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश विकास की ओर निरन्तर अग्रसर है। विकास ही हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली का माध्यम बन सकता है। उन्होंने कहा कि हर बच्चा देश का भविष्य है। इसलिए उसे स्वस्थ एवं सुरक्षित रखना है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में प्रदेश में इंसेफलाइटिस जैसी भीषण बीमारी को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी, निगरानी समितियां आदि ने पूरे मनोयोग के साथ कार्य किया। कोरोना वायरस कमजोर हुआ है, किन्तु अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अभी सभी को कोरोना से बचाव के प्रति पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो उसे छुपाये नहीं बल्कि टेस्ट कराकर समुचित उपचार करायें। इस तरह हम स्वयं एवं अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने केवल विकास को ही प्रभावित नहीं किया है, बल्कि आपसी रिश्तों, सामाजिक संबंधों आदि पर भी अपना प्रभाव डाला है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित कर सभी गतिविधियां पूर्ववत की जा रही हैं। आवागमन को सरल किया गया है। सुगम आवगमन के दृष्टिगत अच्छी सड़कों का जाल बिछाया गया है। आवागमन में रेलवे क्राॅसिंग पर इंतजार न करना पड़े, इससे बचने हेतु ओवर ब्रिज बनाये जा रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। बी.आर.डी. मेडिकल काॅलेज का उन्नयन हुआ है। गोरखपुर एम्स तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आगामी अक्टूबर माह में इसका लोकार्पण होना है। स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से यह संस्था वरदान सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे नौजवानों को रोजगार के अवसर प्राप्त हों। प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतर है, यहां कानून का राज है। "हर घर नल योजना" के तहत सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है। माह दिसम्बर, 2021 तक प्रदेश के 50 हजार गांवो को इस योजना से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित है। शुद्ध पेयजल विभिन्न बीमारियों से बचाने में सहायक है। राज्य सरकार द्वारा नौजवानों को सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा, पुलिस सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में भर्ती हेतु तैयारी के लिए "मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना" संचालित की गई है। इससे गरीब मेधावी युवाओं को निःशुल्क विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में मदद मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाढ़ से होने वाली क्षति को न्यून करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। बाढ़ से बचाव सम्बंधी बंधों की मरम्मत / अनुरक्षण आदि कार्यों को समय से पूर्ण कर लेने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर जरूरतमंद को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है। प्रधान एवं पार्षद अपने - अपने क्षेत्रों में स्वच्छता, फाॅगिंग, सैनिटाइजेशन अवश्य करायें। इससे विभिन्न बीमारियों पर निश्चित रूप से नियंत्रण पाया जा सकता है। इस अवसर पर सहजनवां विधायक शीतल पाण्डेय ने मुख्यमंत्री जी सहित उपस्थित लोगों का स्वागत किया। सांसद रवि किशन शुक्ला ने भी जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर सांसद जयप्रकाश निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन - प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा